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Nagar Nigam Palampur: दो मंत्रियों की मौजूदगी के बावजूद पालमपुर में कांग्रेस के दुर्ग को नहीं भेद पाई भाजपा, पढ़ें खबर

Nagar Nigam Palampur नगर निगम का तोहफा देने के बावजूद भाजपा पालमपुर में कांग्रेस के दुर्ग को नहीं भेद पाई है। दो मंत्रियों कई विधायकों व संगठन के पदाधिकारियों की मौजूदगी के बावजूद पालमपुर में भाजपा को दो सीटें ही मिल पाई हैं।

By Edited By: Published: Thu, 08 Apr 2021 07:00 AM (IST)Updated: Thu, 08 Apr 2021 10:58 AM (IST)
Nagar Nigam Palampur: दो मंत्रियों की मौजूदगी के बावजूद पालमपुर में कांग्रेस के दुर्ग को नहीं भेद पाई भाजपा, पढ़ें खबर
नगर निगम का तोहफा देने के बावजूद भाजपा पालमपुर में कांग्रेस के दुर्ग को नहीं भेद पाई है।

पालमपुर, मुनीष दीक्षित। नगर निगम का तोहफा देने के बावजूद भाजपा पालमपुर में कांग्रेस के दुर्ग को नहीं भेद पाई है। दो मंत्रियों, कई विधायकों व संगठन के पदाधिकारियों की मौजूदगी के बावजूद पालमपुर में भाजपा को दो सीटें ही मिल पाई हैं। कांग्रेस यहां 11 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब हुई है। दो सीटें निर्दलीय के खाते में गई हैं। इनमें एक उम्मीदवार कांग्रेस व दूसरा भाजपा से जुड़ा रहा है। पालमपुर में कई सालों से नगर परिषद के ¨सहासन पर कांग्रेस का कब्जा चला आ रहा है। भाजपा नेता हर बार यहां अपनी हार के पीछे नगर परिषद का एक छोटा सा दायरे होने का तर्क देते थे।

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भाजपा सरकार ने इस बार पालमपुर को नगर परिषद से आगे बढ़ाते हुए नगर निगम का दर्जा दे दिया। इससे पालमपुर नगर निगम का दायरा भी बड़ा हो गया लेकिन बड़ा चुनावी रणक्षेत्र भी भाजपा को यहां से जीत नहीं दिलवा पाया। भाजपा को केवल बनूरी व राजपुर में ही जीत मिल पाई है। कांग्रेस ने बिंद्रावन को छोड़कर अन्य सभी वार्डों में जीत हासिल की है। पालमपुर के रण में इस बार भी विधायक आशीष बुटेल का जादू चला है।

भाजपा को मिली हार के बीच यहां मंथन शुरू हो गया है। हार को लेकर भाजपा का एक बड़ा तबका जहां गलत टिकट आवंटन को मुख्य कारण बता रहा है तो साथ ही नगर निगम के चुनाव में भाजपा के कुछ नेताओं की अनदेखी को भी मुख्य वजह माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि टिकट आवंटन में भाजपा ने सर्वे रिपोर्ट से लेकर कुछ नेताओं की बात को भी अनदेखा कर दिया था। इससे कार्यकर्ताओं में भी काफी अंसतोष था। हालांकि सीएम के दौरे से इस नाराजगी को दूर करने का प्रयास किया गया था मगर सफलता नहीं मिल पाई थी। दूसरा भाजपा प्रचार में स्थानीय लोगों के बजाए अन्य विधानसभा क्षेत्रों से आए कार्यकर्ताओं को तरजीह देती रही। कांग्रेस ने बाहर के लोगों के बजाए स्थानीय को अधिक तरजीह दी।

आशीष ने दिखाया दम, भाजपा में चिंतन शुरू

चुनाव में कांग्रेस की जीत के लिए विधायक आशीष बुटेल का अहम रोल रहा है। उन्होंने भाजपा की ओर से पालमपुर को नगर निगम बनाने तथा चुनाव में सत्तारूढ़ दल के कई नेताओं की मौजूदगी के बावजूद टिकट आवंटन से लेकर प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने हर वार्ड को खुद कवर किया और हर घर के साथ जुड़े रहे। यहां कांग्रेस ने प्रचार के लिए बड़े नेताओं के अलावा हर वार्ड में स्थानीय लोगों को जिम्मेदारी दी थी। यह सब आशीष बुटेल के कारण संभव हो गया है। आशीष ने जहां भी उम्मीदवारों को टिकट दिलवाई थी, वहां हर जगह जीत हासिल की। भाजपा के टिकट आवंटन को लेकर चुनाव से पहले ही कई स्थानों में विरोध शुरू हो गया था। इसमें कुछ ऐसे चेहरों के पत्ते काट दिए गए थे जिन्हें काफी समय से भाजपा का संभावित प्रत्याशी माना जा रहा था। इसमें कुछ उम्मीदवार राज्यसभा सदस्य इंदु गोस्वामी के समर्थक भी थे लेकिन उन्हें टिकट नहीं दी गई।

पालमपुर के विधायक आशीष बुटेल का कहना है यह पालमपुर की जनता की जीत है। सभी विजेताओं को मेरी तरफ से शुभकामनाएं व बधाई। उम्मीद ही नहीं पूरा विश्वास है सभी चुने गए पार्षद क्षेत्र के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे।


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