आयुर्वेदिक स्नातकोत्तर महाविद्यालय पपरोला बनेगा राष्ट्रस्तरीय संस्थान, स्वास्थ्य मंत्री बोले सीएम ने दे दी मंजूरी
Ayurvedic Hospital Paprola आयुष और प्राचीन उपचार पद्धातियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। राजीव गांधी आयुर्वेदिक स्नातकोत्तर महाविद्यालय पपरोला को राष्ट्रस्तरीय संस्थान बनाया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री ने मंजूरी दे दी है और इस संबंध में प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा रहा है।
शिमला, राज्य ब्यूरो। Ayurvedic Hospital Paprola, आयुष और प्राचीन उपचार पद्धातियों को बढ़ावा दिया जा रहा है। राजीव गांधी आयुर्वेदिक स्नातकोत्तर महाविद्यालय पपरोला को राष्ट्रस्तरीय संस्थान बनाया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री ने मंजूरी दे दी है और इस संबंध में प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा रहा है। ये बात स्वास्थ्य एवं आयुष विभाग के मंत्री डा. राजीव सैजल ने विपक्ष की ओर से स्वास्थ्य व आयुर्वेद विभाग के कटौती प्रस्ताव पर चर्चा के जवाब में कही।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहली बार है जब तीन साल के कार्यकाल के दौरान 1500 चिकित्सकों की नियुक्ति की गई है। जब हम विपक्ष में होते थे तब हम डाक्टरों की मांग करते थे तो आपके तेवर कहां थे।
कोविड के दौरान मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने स्वयं वीडियो कांफ्रेंस और अधिकारियों के साथ बैठक कर बेहतर प्रबंध किया है। दूसरे राज्यों की तुलना में कोरोना की प्रदेश में बेहतर स्थिति है। प्रदेश सरकार की सेवाओं पर सवाल उठाते हैं तो डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों की सेवाओं पर सवाल उठाते हैं। आयुष के विकास के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। आयुष नीति में 10 बिंदुओं पर काम हो रहा है।
प्रदेश में वर्तमान में 34 आयुष अस्पताल हैं और 20 अस्पतालों में पचकर्मा पद्धति से उपचार किया जा रहा है। बहुत कम पीएचसी हैं जहां पर चिकित्सक नहीं हैं, जो पद खाली हैं उन्हें भरा जा रहा है। विपक्ष ने स्वास्थ्य मंत्री के जवाब से नाराज होकर स्वास्थ्य को लेकर लाए कटौती प्रस्ताव को वापस लेने से इंकार कर दिया और कटौती प्रस्ताव ध्वनिमत से गिर गया।