कोरोना काल में आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉ. नीरज मेहरा की सराहनीय रही सेवाएं
जिला कोविड केयर सेंटर बैजनाथ में कोरोना काल के दौरान आयुर्वेदिक चिकित्सकों की सेवाएं भी सराहनीय रही। आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर डॉ. नीरज मेहरा ने भी दो बार यहां अपनी सेवाएं दी। इनमें एक बार वह सात दिन और दूसरी बार लगातार 12 दिन तक डयूटी पर रहे।
बैजनाथ, मुनीष दीक्षित। जिला कोविड केयर सेंटर बैजनाथ में कोरोना काल के दौरान आयुर्वेदिक चिकित्सकों की सेवाएं भी सराहनीय रही। आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर डॉ. नीरज मेहरा ने भी दो बार यहां अपनी सेवाएं दी। इनमें एक बार वह सात दिन और दूसरी बार लगातार 12 दिन तक डयूटी पर रहे। न कहीं आ सकते थे और न ही कहीं जा सकते थे।
डॉ. नीरज मेहरा बताते हैं कि वो समय हमारे लिए एक बड़ी परीक्षा से कम नहीं था। कोविड के कारण लॉकडाउन लग चुका था और जिला कांगड़ा का पहला कोविड केयर सेंटर बैजनाथ में शुरू हो चुका था। इसमें मेरी भी डयूटी लगी। ऐसे अनुभव पहले किसी भी चिकित्सक ने नहीं किया था, ऐसे में शुरूआती दौर में कुछ दिक्कत आई। लेकिन मरीजों के बीच पहुंचकर अनुभव काफी अच्छा रहा। मुझे खुद में गर्व की अनुभूती हुई कि मुझे भी उस टीम में शामिल होने का मौका मिला, जो वायरस के खिलाफ अग्रिम मोर्चे पर थी। उस समय जिला भर से मरीज आ रहे थे, आप खुद सोचिए कि उस समय जब एंबुलेंस सड़क से गुजरती थी, तो लोग दूर भाग जाते थे। मरीजों काफी सहमे हुए पहुंचते थे।
मगर हमने कभी उन्हें बीमारी को उन पर हावी नहीं होने दिया। मैं खुद पीपी किट पहनकर मरीजों से कई बार मिला। बच्चे भी थे और बुजुर्ग भी, उन्हें हमने बीमारी के खिलाफ हर मोर्च पर प्रोत्साहित किया। उनका हिम्मत दी और उनको सामान्य मरीजों की तरह देखा, ताकि वो अपने आप को गंभीर बीमारी या समाज से कटने के नजरिए से खुद को न देख सकें। हमारी पूरी टीम इस काम में लगी रही। आयुर्वेद व एलोपैथी विधा के सहारे कुछ ही दिन में अच्छे परिणाम आने लगे, मरीज ठीक होते जा रहे थे और हमें अच्छा लगा कि हमारे पास जितने भी लोग पहुंचे, सभी कुछ ही दिन में ठीक होकर अपने घरों को पहुंचे।