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अटल टनल तैयार, 25 सितंबर को मनाली आ सकते है पीएम मोदी, बीआरओ एडीजी पहुंचे जायजा लेने

Atal Rohtang Tunnel चीन से तनाव के बीच सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण अटल टनल रोहतांग बनकर तैयार हो गई है।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Wed, 16 Sep 2020 11:16 AM (IST)Updated: Wed, 16 Sep 2020 11:16 AM (IST)
अटल टनल तैयार, 25 सितंबर को मनाली आ सकते है पीएम मोदी, बीआरओ एडीजी पहुंचे जायजा लेने
अटल टनल तैयार, 25 सितंबर को मनाली आ सकते है पीएम मोदी, बीआरओ एडीजी पहुंचे जायजा लेने

मनाली, जेएनएन। चीन से तनाव के बीच सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण अटल टनल रोहतांग बनकर तैयार हो गई है। बीआरओ उद्घाटन की तैयारी में जुट गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 सितंबर को मनाली आ सकते हैं। पीएम के कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर हैं। हेलिकॉप्‍टन के माध्‍यम से प्रधानमंत्री सासे हेलीपैड पहुंचेंगे। पीएम की सुरक्षा को देखते हुए हेलीपैड के आसपास जांच पड़ताल शुरू हो गई है। हालांकि पहले पीएम माेदी के 29 सितंबर को मनाली आने की उम्‍मीद जाहिर की जा रही थी। लेकिन अब पीएम 25 सितंबर को मनाली आ सकते हैं। पीएम के आने की तैयारियों का जायजा लेने बीआरओ के एडीजी अनिल कुमार मनाली पहुंच गए हैं, इससे पहले बीआरओ डीजी लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह तैयारियों का जायजा लेने मनाली आए थे।

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एलएसी तक आसानी से पहुंचाई जा सकेगी रसद

टनल के बनने से जहां एलएसी पर रसद पहुंचना आसान हो जाएगा। वही, लाहुल घाटी के लोगों को बर्फ की कैद से छुटकारा मिल जाएगा। सर्दी के मौसम में बर्फ़बारी और 13050 फीट ऊंना रोहतांग दर्रा अब लाहुल के लोगों के लिए परेशानी नहीं बनेंगे। एलससी तक समय और दूरी कम करने के साथ-साथ साल में छह महीने देश व दुनिया से कटी रहने वाली लाहुल घाटी अब सालभर जुड़ी रहेगी।

12 महीने 24 घंटे चलता रहा काम

पिछले दस साल से दस हजार फीट की ऊंचाई पर पीर पंजाल पर्वत श्रृंखला में बीआरओ की देखरेख में एफकॉन स्ट्रॉबेग व स्‍मेक कंपनी 12 महीने 24 घंटे इस महत्वपूर्ण सुरंग को पूरा करने में जुटे हुए थे। टनल के दोनों छोर मिलने में करीब आठ साल का समय लग गया। सेरी नाले के रिसाव के कारण महज 600 मीटर हिस्से को पार करने में साढ़े तीन साल  का समय लग गया। इंजीनियरों के अनुसार इन टनल  का अनुभव मनाली-लेह नेशनल हाईवे पर बनने वाली अन्य चार महत्वपूर्ण सुरंगों के निर्माण में काम आएगा।

800 करोड़ की हुई बचत

गौर रहे कि अटल टनल के निर्माण कार्य का बजट चार हजार करोड़ रुपये था। लेकिन इंजीनियरों के कुशल रणनीतिक बदलाव के कारण न केवल 800 करोड़ की बचत हुई है, बल्कि उस पैसे का इस्तेमाल टनल की देखरेख और बेहतरी के लिए इस्तेमाल में लाया जाएगा।  3200 करोड़ की यह अटल टनल बनकर तैयार है।

इसी महीने देश को समर्पित होगी टनल

बीआरओ अटल रोहतांग टनल के चीफ इंजीनियर विशेष सेवा मेडल प्राप्त केपी पुरसोथमन ने बताया कि यह टनल 3200 करोड़ में बनकर तैयार हुई है। बीआरओ एडीजी उद्घाटन की तैयारियों का जायजा लेने मनाली आए हैं। हालांकि अभी उद्घाटन की तिथि निर्धारित नही है। लेकिन इसी महीने टनल देश को समर्पित कर दी जाएगी।


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