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पंच भीष्‍म में भी नहीं बढ़ा श्रीज्‍वालामुखी शक्‍त‍िपीठ में भक्‍तों का आगमन, ये परंपरा निभाने पहुंचते थे लोग

Jawalamukhi ShaktiPeeth विश्वविख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में पंच भीष्म के दिनों में भी यात्रियों की संख्या में भारी कमी देखी गई है। कोरोना वायरस के साये में पंच भीष्म का महत्व ज्वालामुखी मंदिर में फीका नजर आया।

By Rajesh SharmaEdited By: Published: Sat, 28 Nov 2020 10:13 AM (IST)Updated: Sat, 28 Nov 2020 10:13 AM (IST)
पंच भीष्‍म में भी नहीं बढ़ा श्रीज्‍वालामुखी शक्‍त‍िपीठ में भक्‍तों का आगमन, ये परंपरा निभाने पहुंचते थे लोग
ज्वालामुखी मंदिर में पंच भीष्म के दिनों में भी यात्रियों की संख्या में भारी कमी देखी गई है।

ज्वालामुखी, करुणेश शर्मा। विश्वविख्यात शक्तिपीठ श्री ज्वालामुखी मंदिर में पंच भीष्म के दिनों में भी यात्रियों की संख्या में भारी कमी देखी गई है। कोरोना वायरस के साये में पंच भीष्म का महत्व ज्वालामुखी मंदिर में फीका नजर आया। इन दिनों में यात्रियों की काफी भीड़ देव स्थलों में उमड़ती थी, लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते हिमाचल प्रदेश में प्रभाव और प्रदेश के 4 जिलों में लगाए गए नाइट कर्फ्यू की वजह से श्रद्धालुओं ने हिमाचल प्रदेश का रुख करना बंद कर दिया है। मंदिर सूने नजर आने लगे हैं और यात्रियों की संख्या में भारी कमी नजर आ रही है। जिससे सरकार के खजाने पर भी असर पड़ रहा है और मंदिरों के चढ़ावे पर भी प्रभाव पड़ रहा है।

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यहां बता दें कि पंच भीष्म के दिनों में देवी पूजा का बड़ा महत्व माना जाता है और इन दिनों में यात्री देश-विदेश से यहां पर आते थे और माता का आशीर्वाद प्राप्त करते थे। क्षेत्र के लोग मंदिर में व अन्य छोटे-छोटे मंदिरों में जाकर वहां पर दीये जलाकर आते हैं और रोजाना शाम को वहां पर जाकर दीयों में तेल डालते हैं और घर में सुख शांति समृद्धि व खुशहाली की कामना करते हैं।

परिवार की दीर्घायु के लिए आशीर्वाद मांगते हैं, मां ज्वालाजी से परिवार की रक्षा करने के लिए प्रार्थना करते हैं और पांचवें दिन अपने परिवार के सभी सदस्यों के नाम पर ज्वालामुखी मंदिर के भीतर गौरीकुंड में बेड़े तैरते हैं और मां ज्वालामुखी के मंदिर में स्नान ध्यान करके मां के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। यह परंपरा कई सालों से चली आ रही है। लेकिन इस साल कोरोना वायरस के चलते हर परंपरा टूटती और बिखरती नजर आ रही है, जिससे लोगों में भारी रोष देखा जा रहा है।

सहायक मंदिर आयुक्‍त ज्वालामुखी धनवीर ठाकुर ने कहा पंच भीष्म के दिनों के लिए मंदिर न्यास ज्वालामुखी में यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं, ताकि किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।


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