सेब बागवानों से ठगी मामला : आरोपित को सीआइडी ने दो साल पहले कर लिया था ट्रेस
बागवानों व बैंकों के आठ से दस करोड़ रुपये डकारने का आरोपित आढ़ती संदीप मेहता उर्फ सैंडी को सीआइडी से दो साल पहले ही मुंबई में ट्रेस कर लिया था। तब ऊपरी शिमला के घूंड इलाके के बागवानों के करीब छह लाख रुपये भी रिकवर करवा लिए थे।
शिमला, राज्य ब्यूरो। बागवानों व बैंकों के आठ से दस करोड़ रुपये डकारने का आरोपित आढ़ती संदीप मेहता उर्फ सैंडी को सीआइडी से दो साल पहले ही मुंबई में ट्रेस कर लिया था। तब ऊपरी शिमला के घूंड इलाके के बागवानों के करीब छह लाख रुपये भी रिकवर करवा लिए थे।
पैसों की रिकवरी करने के बाद देश में कोरोना संक्रमण के लिए लाकडाउन लग गया था। आरंभ में गिने-चुने बागवानों ने ही बागवानों के पास शिकायत की थी। जब रिकवरी हुई तब ज्यादा शोर मचा और बागवानों ने नई शिकायतें दी। तब तक आरोपित के पुराने कारनामों की सही जानकारी नहीं थी, जबकि ठगी कई वर्ष पहले की गई थी। लाकडाउन के कारण उस वक्त आरोपित को गिरफ्तार नहीं किया जा सका। बाद में वह ठिकाने बदलता गया। वर्ष 2015- 16 से ही सैंडी अपने परिवार के साथ मुंबई रह रहा था। ठगी के पैसे से आराम की ङ्क्षजदगी जी रहा था। अब सीआइडी उसके खिलाफ हिमाचल और इसके बाद जुटाई गई संपत्ति की भी जांच कर रही है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ेगी वैसे-वैसे मामले में और परतें निकलकर सामने आएंगी।
सैकड़ों हैं प्रभावित
आरोपित ने सैकड़ों बागवानों के साथ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की है। जिन भी व्यक्तियों को चेक बांटे, वे ज्यादातर बाउंस हो गए। अब प्रभावित बागवानों का आरोपित से आमना-सामना करवाया जाएगा। सीआइडी सोलन में भी उसकी संपत्ति की जांच कर रही है, ताकि और राज का पर्दाफाश हो सके।
चोरी छिपे आता था घर
आरोपित मुंबई से चोरी छिपे शिमला के मंढोल स्थित अपने घर आता था। पुलिस को भनक न लगे, इसलिए वह इसकी किसी को सूचना नहीं देता था। स्वजन से बातों को छुपाता था। सीआइडी की गिरफ्तारी के बाद सारी बातें खुलकर सामने आ रही हैं।