Move to Jagran APP

धान के खेतों में खरपतवार नियंत्रण के लिए करें मैचिटी का छिड़काव

संवाद सहयोगी पालमपुर चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के प्रसार ि

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 07:27 PM (IST)Updated: Sun, 05 Jul 2020 07:27 PM (IST)
धान के खेतों में खरपतवार नियंत्रण 
के लिए करें मैचिटी का छिड़काव
धान के खेतों में खरपतवार नियंत्रण के लिए करें मैचिटी का छिड़काव

संवाद सहयोगी, पालमपुर : चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के प्रसार शिक्षा निदेशालय ने किसानों को सलाह दी है कि धान की रोपाई सात जुलाई से पहले पूरी कर लें। पौध से पौध की दूरी 20 गुना 15 सेंटीमीटर हो तथा एक स्थान पर एक या दो पौध लगाएं। रोपाई के 5 से 10 दिन बाद खाली स्थानों पर पौध की दोबारा रोपाई कर लें। खरपतवार नियंत्रण के लिए 30 किलोग्राम मैचिटी 5 फीसद 4-5 सेंमी खड़े पानी या 3 लीटर ब्यूटाक्लोर/मैचिटी

loksabha election banner

50 ईसी को 150 किग्रा रेत में मिलाकर खड़े पानी में रोपाई के 4-5 दिन बाद प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें। इसके अलावा मक्की के खेतों में 65-85 किलोग्राम यूरिया प्रति हेक्टेयर की दर से डालें व गुड़ाई करें।

.............

सूरजमुखी की ईसी-68415 किस्म की करें बुआई

तिलहनी फसलों में सूरजमुखी की ईसी-68415 किस्म की बुआई करें। एक हेक्टेयर के लिए बीज की मात्रा 10-12 किलोग्राम रखें। बुआई से पहले बैविस्टिन या कैपटॉन दवा 3 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित कर लें। पंक्ति से पंक्ति की दूरी 60 सेंटीमीटर रखें और पौध से पौध का फासला 25-30 सेंटीमीटर हो। तिल की पंजाब तिल नं.-1 या ब्रजेश्वरी किस्मों की बुआई करें। एक हेक्टेयर के लिए 5 किग्रा बीज डालें। पंक्ति से पंक्ति की दूरी 30 सेंटीमीटर रखें।

..............

मध्यवर्ती पहाड़ी क्षेत्रों में दें फूलगोभी की पनीरी

मध्यवर्ती पहाड़ी क्षेत्रों में फूलगोभी की दरम्याना किस्मों पालम उपहार, इम्प्रूवड जापानीज, पूसा दीपाली, मेघा व संकर की पनीरी दें। पनीरी उगाने के लिए तीन मीटर लंबी, एक मीटर चौड़ी तथा 10-15 सेंमी ऊंची क्यारी में 20-25 किग्रा गली-सड़ी गोबर की खाद, 200 ग्राम इफको मिश्रण खाद, 15-20 ग्राम इंडोफिल एम-45 तथा 15-20 ग्राम थीमेट मिट्टी की ऊपरी सतह में डालकर कतारों में पांच सेंमी की दूरी पर बीज की पतली बिजाई करें। बंदगोभी की तैयार पौध को खेतों में 45 गुना 45 सेंमी की दूरी पर रोपाई करें। रोपाई से पहले 200 क्विंटल गोबर की खाद के अलावा 280 किग्रा 12:32:16 मिश्रण खाद व 90 किग्रा यूरिया प्रति हेक्टेयर खेतों में डालें। फूल आने पर टमाटर, बैंगन, शिमला मिर्च, लाल मिर्च तथा कद्दूवर्गीय सब्जियों में नत्रजन की मात्रा 40-50 किग्रा यूरिया प्रति हेक्टेयर डालें।

...................

मटर की बिजाई के लिए उपयुक्त समय

ऊंचाई वाले क्षेत्रों में मटर की सुधरी प्रजातियों जैसे पालम समूल, पंजाब-89, लिकन, आजाद पी 1 व पालम प्रिया की बिजाई करें। बिजाई के समय 200 क्विंटल गोबर की खाद के अलावा 187 किग्रा 12:32:16 मिश्रण खाद तथा 50 किग्रा म्यूरेट ऑफ पोटाश प्रति हेक्टेयर खेतों में डालें। खरपतवार नाशक रसायनों जैसे लासो/एलाक्लोर 3.0 लीटर या स्टाम्प ;पैण्डिमिथेलिन ;4.5 लीटर, 750 लीटर पानी प्रति हेक्टेयर का घोल बनाकर छिड़काव करें।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.