हादसे में बुझ गए चिराग, टूट गई बुढ़ापे की लाठी Kangra News
बूढ़ी मां की आंखें पथरा गई हैं। जिन बेटों ने बुढ़ापे में सहारा बनना था वह एक-एक कर उससे बिछुड़ गए।
जयसिंहपुर, जेएनएन। बूढ़ी मां की आंखें पथरा गई हैं। जिन बेटों ने बुढ़ापे में सहारा बनना था वह एक-एक कर उससे बिछुड़ गए। मां ने जिगर के टुकड़े को बचाने के लिए लगातार भगवान से फरियाद की लेकिन आइसीयू में अचेत पड़े बड़े बेटे ने भी साथ छोड़ दिया। 22 जून की रात कुटाहण निवासी स्वर्गीय राजेश शर्मा के बेटे साहिल और शुभम की मोटरसाइकिल को मोहाली में एक तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी थी। मोटरसाइकिल पर साहिल और शुभम के साथ उनका एक अन्य साथी भी था।
हादसे में साहिल की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि शुभम गंभीर रूप से घायल हो गया था और उसे चंडीगढ़ स्थित सेक्टर 32 के अस्पताल में आइसीयू में भर्ती करवाया था। हादसे की सूचना परिवार के पुरुष सदस्यों को ही दी थी और उन्होंने साहिल का अंतिम संस्कार चंडीगढ़ में ही कर दिया था। बेटों की हालत की सूचना ने मां के हृदय पर बज्रपात कर दिया था। मां चंडीगढ़ में बीते दस दिन से बेटे की सलामती के लिए भगवान से दुआएं कर रही थीं लेकिन शुभम की सांसों की डोर भी टूट गई है। जिस घर में पहले ही कमाने वाला सदस्य बीमारी से जूझते हुए असमय काल का ग्रास बन चुका हो अब उसी परिवार के जवान बेटों की मौत से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। अब ग्रामीण इस इंतजार में हैं कि बूढ़ी मां को किस प्रकार से ढांढस बंधाएंगे।
यह था मामला
कुटाहण निवासी स्वर्गीय राजेश शर्मा के बेटों साहिल और शुभम की बाइक को मोहाली में 22 जून की रात को एक तेज रफ्तार कार ने टक्कर मार दी थी। दोनों भाई एक मित्र के साथ मोटरसाइकिल से मौसी के घर से लौट रहे थे। हादसे में साहिल की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि उसका बड़ा भाई शुभम आइसीयू में ङ्क्षजदगी और मौत के बीच झूल रहा था। मंगलवार को सुभम की भी मौत हो गई।