वीरभद्र के बाद हिमाचल के वरिष्ठ नेताओं में शीर्ष पर था बाली का नाम, मुख्यमंत्री पद की दौड़ में भी थे आगे
GS Bali Passed Away आज से पहले कांग्रेस पार्टी के हिमाचल में कद्दावर नेताओं की बात होती थी तो वीरभद्र सिंह के बाद गुरमुख सिंह बाली यानी जीएस बाली का नाम सबसे शीर्ष पर आता था। विधानसभा क्षेत्र नगरोटा बगवां से चार बार विधायक व दो बार मंत्री रहे
धर्मशाला, मुनीष गारिया। GS Bali Passed Away, आज से पहले कांग्रेस पार्टी के हिमाचल में कद्दावर नेताओं की बात होती थी तो वीरभद्र सिंह के बाद गुरमुख सिंह बाली यानी जीएस बाली का नाम सबसे शीर्ष पर आता था। विधानसभा क्षेत्र नगरोटा बगवां से चार बार विधायक व दो बार मंत्री रहे जीएस बाली के पास वैसे तो कई विभागों का दायित्व रहा। लेकिन उन्हें मुख्य रूप से परिवहन मंत्री के नाम से जाना जाता रहा। इसका कारण यह भी रहा कि उनके कार्यकाल के दौरान हिमाचल पथ परिवहन निगम में चालकों व परिचालकों की कई बार भर्तियां हुईं। हालांकि भर्तियों को लेकर हल्के विवाद भी रहे, लेकिन परिवहन निगम में प्रदेश के युवाओं को रोजगार हासिल करने के अवसर भी मिले।
27 जुलाई 1954 को जन्में जीएस बाली का रात को निधन हो गया। कुछ माह पूर्व ही पूर्व मुख्यमंत्री एवं दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह के निधन के बाद प्रदेश में मुख्यमंत्री की लाबिंग में जीएस बाली का नाम सबसे शीर्ष पर था। हालांकि अन्य कई नाम भी चर्चा में चल रहे थे। लेकिन जीएस बाली का नाम शीर्ष पर ही था।
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कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन के बाद एक और कद्दावर नेता का निधन होने से पार्टी को बड़ा झटका लगा है। प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा से वह वरिष्ठ नेता थे। अभी प्रदेश के चल रहे उपचुनाव के चलते कांग्रेस हाईकमान ने उन्हें संसदीय क्षेत्र मंडी में बतौर नियुक्त किया था। लेकिन उसके बाद से ही वह अस्वस्थ चल रहे थे। बताया जा रहा है कि एम्स में उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था। यहां उपचार के दौरान ही उनका देहांत हो गया।