नगर परिषद कांगड़ा में बदले समीकरण
-पांच पार्षदों ने किया अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की चयन प्रक्रिया का बहिष्कार -दो पूर्व अध्यक्षों अशोक शम
-पांच पार्षदों ने किया अध्यक्ष व उपाध्यक्ष की चयन प्रक्रिया का बहिष्कार
-दो पूर्व अध्यक्षों अशोक शर्मा व सुमन वर्मा में अंदर खाते हुआ समझौता
संवाद सूत्र, कांगड़ा : नगर परिषद कांगड़ा के नवनिर्वाचित पार्षदों को एसडीएम कांगड़ा अभिषेक वर्मा ने शपथ दिलाई। इसके बाद उन्होंने पार्षदों को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चयन के लिए तीन बजे तक का समय दिया पर अशोक शर्मा व वर्मा गुट ने चयन प्रक्रिया का बहिष्कार किया। अब एसडीएम ने 21 जनवरी को अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के चयन की तारीख तय की है।
हालांकि शपथ ग्रहण के बाद हुए शक्ति प्रदर्शन में शर्मा परिवार के पूर्व अध्यक्ष अशोक शर्मा व पूर्व अध्यक्ष सुमन वर्मा ने अपने साथ पांच पार्षदों का समर्थन दिखलाया। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि पूर्व अध्यक्ष अशोक शर्मा की पत्नी रेणु शर्मा का अध्यक्ष पद पर काबिज होना आसान हो गया है। कोमल शर्मा को अध्यक्ष पद पर काबिज होने से रोकने के लिए परिषद में नए राजनीतिक समीकरण बने गये हैं और पूर्व अध्यक्ष अशोक शर्मा की पत्नी रेणु शर्मा अध्यक्ष की रेस में आगे निकल गई है। रेणु शर्मा के समर्थन में पूर्व अध्यक्ष सुमन वर्मा व उनकी समर्थक पार्षद राजकुमारी के आने से पूर्व अध्यक्ष कोमल शर्मा की राह मुश्किल कर दी है। कोमल शर्मा के साथ भाजपा समर्थित तीन पार्षदों अनुराधा, प्रेम सागर धीमान व पुष्पा चोधरी का ही समर्थन है औ कोमल शर्मा को उम्मीद थी कि वार्ड छह से नव निर्वाचित पार्षद राजकुमारी का भी उन्हें समर्थन मिल सकता है परंतु मौके पर पूर्व अध्यक्ष सुमन वर्मा द्वारा पार्षद राजकुमारी को अपने समक्ष खड़ा कर नए राजनीतिक समीकरण पैदा कर दिए हैं। हालांकि चुनाव में वार्ड 6 से जीतकर आई पार्षद राजकुमारी के समर्थन में डा. राजेश शर्मा ने भी प्रचार किया परन्तु पूर्व अध्यक्ष सुमन वर्मा ने पार्षद राजकुमारी को अपने पक्ष में कर नगर परिषद कांगड़ा के समीकरणों को बदल कर रख दिया है।