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Coronavirus Vaccination: हिमाचल में कोरोना वैक्‍सीन की दोनों डोज लेने के बाद सिर्फ दो लोगों की हुई मौत, जानिए

Himachal Coronavirus Vaccination कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए टीकाकरण एकमात्र प्रभावी रणनीति है। यह सबके लिए जरूरी है और कोरोना के वार से बचाएगी। स्वास्थ्य विभाग के विश्लेषण के अनुसार राज्य में इस साल 14 अप्रैल से 30 अप्रैल 2021 तक कोरोना से 362 लोगों की मृत्यु हुई है

By Rajesh Kumar SharmaEdited By: Published: Thu, 06 May 2021 09:52 AM (IST)Updated: Thu, 06 May 2021 09:52 AM (IST)
Coronavirus Vaccination: हिमाचल में कोरोना वैक्‍सीन की दोनों डोज लेने के बाद सिर्फ दो लोगों की हुई मौत, जानिए
कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए टीकाकरण एकमात्र प्रभावी रणनीति है।

शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal Coronavirus Vaccination, कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए टीकाकरण एकमात्र प्रभावी रणनीति है। यह सबके लिए जरूरी है और कोरोना के वार से बचाएगी। स्वास्थ्य विभाग के विश्लेषण के अनुसार राज्य में इस साल 14 अप्रैल से 30 अप्रैल, 2021 तक कोरोना से 362 लोगों की मृत्यु हुई है, जिनमें से 67 लोग ऐसे हैं, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज ली थी। केवल दो ऐसे लोग हैं, जिनकी मृत्यु दोनों डोज लेने के बाद हुई। मौत के इन दोनों मामलों में एक व्यक्ति की मृत्यु वैक्सीन लेने के चार दिन बाद, जबकि दूसरे व्यक्ति की मृत्यु वैक्सीन लेने के 16 दिन बाद हुई। इससे पता चलता है कि दोनों टीकाकरण के बाद प्रभावी इम्यूनिटी विकसित होने से पहले ही कोरोना महामारी से संक्रमित हो गए। टीकाकरण सीधे तौर पर कोविड से होने वाली मृत्यु दर को कम करने में मदद करता है।

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90 फीसद स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं को दूसरी डोज राज्य में 91.9 फीसद स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं (एचसीडब्ल्यू) को कोरोना वैक्सीन की पहली खुराक दी है, जबकि राष्ट्रीय औसत 88.7 प्रतिशत है। प्रदेश में वैक्सीन की दूसरी खुराक 90.3 फीसद स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं को दी है, जिसका राष्ट्रीय औसत 79.1 फीसद है। जबकि 45 वर्ष से अधिक जनसंख्या वर्ग में वैक्सीन की पहली खुराक 78 फीसद लोगों को दी है, जबकि राष्ट्रीय औसत 30 फीसद है।

जिन लोगों को चार से छह सप्ताह पहले वेक्सीन की पहली खुराक लगाई जा चुकी है, उन्हें वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के लिए आगे आना चाहिए ताकि प्रभावी इम्यूनिटी विकसित हो सके।सरकार का दावा है कि प्राथमिकता वाले समूहों जैसे 45 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग, स्वास्थ्य देखभाल कार्यकर्ताओं और अग्रिम पंक्ति कार्यकर्ताओं के लिए वैक्सीन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।

शहरों में क्लस्टर बनाए

18 से 45 वर्ष के आयु वर्ग में टीकाकरण करवाने की उत्सुकता और भीड़भाड़ की संभावना को मद्देनजर सभी जिलों में लोगों की सुविधा के लिए शहरी कलस्टर में अधिक कोविड टीकाकरण केंद्र संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग शिमला, मंडी और धर्मशाला शहरों में प्राथमिकता वाले समूहों  के लिए टीकाकरण स्थलों की सूची प्रकाशित करेगा।

केंद्र से मिली और 50 हजार वैक्सीन

राज्य को केंद्र सरकार के माध्यम से 50 हजार वैक्सीन और प्राप्त हो गई है। 18-45 वर्ष के आयु वर्ग के टीकाकरण को शुरू करने के लिए राज्य सरकार ने भारत सरकार के सिरम संस्थान को कोविशिल्ड वैक्सीन की 107620 खुराकों की आपूर्ति के लिए 3.39 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है। इसकी आपूर्ति शीघ्र होगी। वैक्सीन प्राप्त होते ही 18 से 45 वर्ष के आयु वर्ग के लिए टीकाकरण अभियान शुरू कर दिया जाएगा।


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