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कोरोनाकाल के बाद इंद्रू नाग में पैराग्लाइडिंग शुरू होने से वापिस लौटी पर्यटकों के चेहरे की रौनक

इंद्रू नाग पैराग्लाइडिंग साइट पर बहार लौट आई है। क्षेत्र पर्यटकों से गुलजार हो गया है। कोरोना काल के बाद अनलॉक की शुरू हुई प्रक्रिया के बीच अब इंद्रू नाग पैराग्लाइडिंग साइट पर रंगत लौटी है। पर्यटक यहां पर उड़ान का आनंद ले रहे हैं।

By Richa RanaEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 11:13 AM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 11:13 AM (IST)
कोरोनाकाल के बाद इंद्रू नाग में पैराग्लाइडिंग शुरू होने से वापिस लौटी पर्यटकों के चेहरे की रौनक
कोरोना काल के बाद अनलॉक की शुरू हुई प्रक्रिया के बीच अब इंद्रू नाग पैराग्लाइडिंग साइट पर रंगत लौटी है।

धर्मशाला, नीरज व्यास।  इंद्रू नाग पैराग्लाइडिंग साइट पर बहार लौट आई है। क्षेत्र पर्यटकों से गुलजार हो गया है। कोरोना काल के बाद अनलॉक की शुरू हुई प्रक्रिया के बीच अब इंद्रू नाग पैराग्लाइडिंग साइट पर रंगत लौटी है। यहां पर अन्य राज्यों से पर्यटक पहुंच रहे हैं और उड़ान का आनंद ले रहे हैं। ज्यादा उड़ानें यहां पर वीकेंड पर ही हो रही है। जबकि अन्य सामान्य दिनों में भी उड़ाने हो रही है। 

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कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान बेरोजगारी झेल रहे पायलट अब रोजगार से फिर जुड़ सके हैं। करीब छह माह तक पैराग्लाइडर उड़ान नहीं भर सके। ऐसे में जब पर्यटन विभाग ने एसओपी तय की है उसके तहत ही पैराग्लाइडर उड़ान भर रहे हैं ताकि खुद भी सुरक्षित रहे अौर महामारी से पर्यटकों को भी बचाया जा सके। इंद्रू नाग पैराग्लाइडिंग साइट पर वीकेंड पर साठ के करीब उड़ानें हो रही है। जबकि अन्य दिनों में यह संख्या कम है। अब तक दिल्ली सहित पंजाब, हरियाणा से अधिक पर्यटक इंद्रू नाग पैराग्लाइडिंग साइट में पैराग्लाइडिंग का आनंद लेने के लिए पहुंचे हैं। रोमांच की इन उड़ानों के शुरू होने से जहां पर्यटन व्यवसाय को पंख लगे हैं, वहीं, बेरोजगार हो चुके पायलट भी रोजगार से जुड़ सके हैं।

इंद्रू नाग धार से हो रही टेंडम फ्लाइंग

इंद्रू नाग धार से पैराग्लाइडिंग की टेंडम फ्लाइंग हो रही है। इसमें पायलट अपने साथ एक पर्यटक को लेकर उड़ान भरता है। वीकेंड पर 60 के करीब फ्लाइंग हो रही है, जबकि अन्य दिनों में उड़ान कम हो रही है।

पांच से दस मिनट का रोमांच
धर्मशाला इंद्रू नाग धार में पैराग्लाइडिंग की टेंडम फ्लाइंग पांच से दस मिनट तक करवाई जाती है। जिसमें पर्यटक शहर की खूबसूरती और पहाड़ों के सुंदर नजारे को अपनी आंखों से निहारता है तो साथ ही साथ फ्लाइंग के दौरान आकाश से धर्मशाला के नजारे को कैमरे में भी कैद करता है।

1500 रुपये में हो रही फ्लाइंग

इंद्रू नाग में पैराग्लाइडिंग का लुत्फ सिर्फ 15 सौ रुपये में लिया जा सकता है। पायलट अपने साथ एक पर्यटक को फ्लाइंग करवाता है। यही नहीं सामान्य फ्लाइंग पर 15 सौ रुपये लिए जाते हैं, अगर वीडियोग्राफी भी करनी हो तो पांच सौ रुपये वीडियोग्राफी के भी लिए जाते हैं। तब पर्यटक से दो हजार रुपये लिए जाते हैं।

प्लाइंग से पहले पर्यटक को भरना होता है स्वीकृति पत्र

उड़ान से पहले पैराग्लाइडिंग का लुत्फ लेने वाले पर्यटक को एक विशेष पत्र भरना होता है। जिसमें लिखा जाता है कि उड़ान लुत्फ के लिए भर रहे हैं और किसी भी तरह के हादसे व नुकसान के लिए वह स्वयं जिम्मेदार है, क्लब की इसमें कोई जिम्मेदारी नहीं है। यह पत्र एक ज्यूडिशियल पेपर पर होता है।

पैराग्लाइडिंग करवाने वाले पायलट का है दुर्घटना बीमा
पर्यटकों को फ्लाइंग करवाने वाले पायलट का दुर्घटना बीमा है। अगर कोई नुकसान होता है तो उसे दुर्घटना बीमा से कवर किया जाता है, जबकि यात्री (पर्यटक) का कोई बीमा नहीं होता। पर्यटक की खुद की जम्मेदारी होती है।

उड़ान से पहले पायलट करता है ग्लाइडर चैक
पैराग्लाइडिंग करवाने वाला पायलट उड़ान भरने से पहले अपना ग्लाइडर चैक करता है। वह यह भी जांच करता है कि उसका ग्लाइडर प्रेशर ले रहा है या नहीं ले रहा है। ग्लाइडर ठीक हो बेहतर प्रेशर ले रहा है और उड़ान के लिए दुरुस्त है तो ही उड़ान होती है।


अनलॉक के बाद 18 सितंबर को हुई थी उड़ानें शुरू
अनलॉक लगने के बाद 18 सितंबर को पैराग्लाइडिंग शुरू की गई। पहले दिन ही 18 उड़ानें हुई थी, जिसमें राजस्थान व शिमला के पर्यटक शामिल रहे। इन दिनों ज्यादातर पर्यटक हरियाणा व पंजाब से इंद्रू नाग धार पैराग्लाइडिंग के लिए पहुंच रहे हैं।


 धर्मशाला एडवेंचर क्लब के अध्‍यक्ष विजय इंद्र कर्ण ने बताया कि इंद्रू नाग पैराग्लाइडिंग साइट पर उड़ान शुरू हो गई है। सभी के साथ बैठक करके एसओपी के बारे में बताया गया है। नियमों के तहत उड़ाने हो रही है। लंबे समय के बाद उड़ान का पर्यटक लुत्फ ले पा रहे हैं। अन्य राज्यों से भी पर्यटक आ रहे हैं। चालीस से साठ उड़ानें प्रतिदिन हो रही है। कई बार उड़ानें अधिक होती हैं पर इन दिनों हवा का तेज रुख पैराग्लाइडरों व पर्यटकों को उड़ान भरने से रोक रहा है। इस लिए हवा का रुख देखकर ही उड़ान करवाई जाती है।

पर्यटन विभाग की उपनिदेशक सुनयना शर्मा ने कहा कि इंद्रू नाग पैराग्लाइडिंग साइट पर एसओपी के तहत ही उड़ान हो रही है। बीच बीच में पर्यटन विभाग की टीमें भी निरीक्षण के लिए पहुंचती हैं। पैराग्लाइडिंग करने वाले सभी पायलटों को एसओपी के तहत ही उड़ान भरने का आह्वान किया है।


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