कोरोना के साथ कंजंक्टिवाइटिस का प्रहार
संवाद सूत्र ज्वालामुखी कोरोना वायरस के कारण लोगों की चिंता दूर होने का नाम नहीं ले
संवाद सूत्र, ज्वालामुखी : कोरोना वायरस के कारण लोगों की चिंता दूर होने का नाम नहीं ले रही है कि अब आंखों के संक्रमण ने परेशानी बढ़ा दी है। बदलते मौसम के कारण ज्वालामुखी व साथ लगते इलाकों में कंजंक्टिवाइटिस वायरस ने पांव पसारना शुरू कर दिए हैं। सिविल अस्पताल ज्वालामुखी में पिछले कुछ समय से आंखों के संक्रमण के शिकार लोगों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। अब तक 150 के करीब लोग उपचार करवा चुके हैं।
रोजाना अस्पताल में 15 से 20 मरीज पहुंच रहे हैं। मरीजों का कहना है कि वायरस के संक्रमण से आंख का सफेद हिस्सा खून की तरह लाल हो रहा है। साथ ही जलन, पानी चलने व सूजन की समस्या भी आ रही है। आमतौर पर यह संक्रमण पहले एक आंख को प्रभावित कर रहा है और उसके दो-तीन दिन बाद दूसरी आंख भी संक्रमित हो रही है।
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क्या है कंजंक्टिवाइटिस
कंजंक्टिवाइटिस एक तरह का संक्रमण है जो आंख के सफेद हिस्से पर आक्रमण करता है। आंखों का सूजना व लाल होना कंजंक्टिवाइटिस के संक्रमण का संकेत है। गुलाबी या लाल आंखें शब्द आमतौर पर कंजंक्टिवाइटिस को दर्शाने के लिए ही उपयोग किए जाते हैं। आंखों की लाली ही सबसे अधिक ध्यान देने योग्य लक्षणों में से एक है। यह संक्रमण सामान्य तौर पर बैक्टिरिया के कारण होता है। इससे आंखों में जलन के साथ दर्द भी महसूस होती है। आंखों से लगातार पानी बहता है तथा झिल्ली भी आ जाती है।
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अस्पताल में इस संक्रमण के मरीज रोजाना आ रहे हैं। संक्रमित हो चुके व्यक्ति से अन्यों को दूरी बनानी चाहिए। घर पर अलग तौलिया, साबुन व रूमाल उपयोग में लाना चाहिए। घरों में इस बीमारी से निजात के लिए देसी नुस्खे नहीं अपनाएं। संक्रमित व्यक्ति अस्पताल आकर उचित डॉक्टरी सलाह के बाद ही उपचार करें। यह बीमारी कई बार ठीक होने में 15 से 20 दिन भी ले लेती है। मौसम बदलते समय यह संक्रमण फैलता है।
डॉ. अशोक पटियाल, नेत्र रोग विशेषज्ञ, सिविल अस्पताल ज्वालामुखी।