केबीसी में चमकी मोहिता, ऊना में खुशी का माहौल
नीरज पराशर/प्रवीण शर्मा चिंतपूर्णी ज्वालामुखी टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति में एक करो
नीरज पराशर/प्रवीण शर्मा, चिंतपूर्णी ज्वालामुखी : टीवी शो 'कौन बनेगा करोड़पति' में एक करोड़ जीतने वाली व जम्मू-कश्मीर पुलिस में तैनात आइपीएस अधिकारी मोहिता शर्मा का मूल गांव बग्गी जिला ऊना की सीमा से सटा है। केबीसी में मोहिता शर्मा की कामयाबी पर स्वजनों व गांव में खुशी का माहौल है। मारुति उद्योग गुरुग्राम से 2007 में सेवानिवृत्त हुए सोमदत्त शर्मा ने इकलौती बेटी की सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए इसे मां चितपूर्णी का आशीर्वाद बताया। उन्होंने दूरभाष पर दैनिक जागरण को बताया कि बेटी को अपने मूल गांव से बहुत लगाव रहा है। वह बचपन में अकसर दिल्ली से बग्गी गांव आने की जिद करती थी। दादा-दादी से लगाव होने के कारण स्कूल में छुट्टियों होने पर बेटी को गांव लेकर आते थे। जब भी बेटी से फोन पर बात होती है तो वह बचपन के दिनों के बारे में जरूर कहती है। उन्हें गर्व है कि वे हिमाचल से संबंध रखते हैं और ताउम्र गांव से जुड़े रहेंगे।
पति ने मुझे भाग्य आजमाने को कहा
मोहिता शर्मा ने बताया कि उनके पति 20 साल से कौन बनेगा करोड़पति में जाने की कोशिश कर रहे थे। कामयाबी न मिलने पर उन्होंने मुझे भाग्य आजमाने को कहा और मेरा चयन हो गया। इसमें अपार सफलता मिली है। दैनिक जागरण से बातचीत में मोहिता ने बताया कि उनका पालन पोषण और पढ़ाई दिल्ली में हुई है। उनके दादा स्वर्गीय दौलत राम शर्मा काफी अरसा पहले पैतृक गांव बग्गी से दिल्ली शिफ्ट हो गए थे। वह छठी से जमा दो तक डीपीएस द्वारका में पढ़ी। उन्होंने भारती विद्यापीठ कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स में बीटेक तक की पढ़ाई की। डेढ़ साल तक निर्वाचन आयोग दिल्ली में असिस्टेंट सेक्शन ऑफिसर के पद पर सेवाएं देने के बाद उन्होंने सिविल सर्विसिस परीक्षा दी और उत्तीर्ण हुई।
पति के सपने को लगाए पंख
मोहिता ने बताया कि उनके पति आइएफएस अधिकारी हैं और जम्मू में तैनात हैं। कौन बनेगा करोड़पति में पहुंचकर मैंने पति के सपने को पंख लगाए हैं। उन्होंने कितना जीता इसका पता 16 व17 नंबर के एपिसोड में पूछे जाने वाले सात करोड़ के प्रश्न से लगेगा।
मातृभूमि से लगाव कभी नहीं छूट सकता
मोहिता ने बताया कि उनके माता-पिता दिल्ली में रहते हैं। शादी से पहले वह लगातार अपने कुल देवताओं की पूजा के लिए स्वजनों के साथ बग्गी गांव जाती रही हूं। मैं अधिक व्यस्त हूं लेकिन जब भी मौका मिलेगा तो गांव में जरूर जाऊंगी। उन्हें हिमाचल का निवासी होने का गर्व है। वह किसी न किसी रूप में शांतिप्रिय प्रदेश के लोगों की सेवा करना चाहती है।
पुलिस अधिकारी होने पर भी मोहिता के व्यवहार में बदलाव नहीं
मोहिता शर्मा करीब डेढ़ वर्ष पहले एक कार्यक्रम में गांव आई थी। पुलिस अधिकारी बनने के बावजूद उसके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया है।
-रक्षा देवी, बुआ
मोहिता जब भी फोन करती सबका हालचाल पूछती
मोहिता शर्मा अकसर घर में फोन कर उनका व गांववासियों का हालचाल पूछती है। वह जब भी गांव में आती है तो यहां के मंदिरों में जरूर जाती है और गांववासियों से भी मिलती है।
-अशोक शर्मा, चाचा
मोहिता के गांव आने पर करेंगे कार्यक्रम का आयोजन
मोहिता शर्मा की उपलब्धि पर गांव में खुशी का माहौल है। जब मोहिता गांव में आएगी तो गांववासियों की ओर से उनके सम्मान में कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
-सर्वजीत सिह, प्रधान, चलाली पंचायत