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श्री चामुंडा मंदिर में 75 दुकानें तैयार, विस्थापित दुकानदारों को मिलेंगी

जेएनएन योल श्री चामुंडा मंदिर के विस्थापित दुकानदारों के लिए अच्छी सूचना है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 10 Mar 2019 11:30 AM (IST)Updated: Sun, 10 Mar 2019 11:30 AM (IST)
श्री चामुंडा मंदिर में 75 दुकानें तैयार, विस्थापित दुकानदारों को मिलेंगी
श्री चामुंडा मंदिर में 75 दुकानें तैयार, विस्थापित दुकानदारों को मिलेंगी

जेएनएन, योल : श्री चामुंडा मंदिर के विस्थापित दुकानदारों के लिए अच्छी सूचना है। शॉपिंग मॉल में दुकानदारों का स्थायी बसेरा होगा। 75 दुकानों के निर्माण को लेकर ढांचा पूर्णतया खड़ा हो चुका है, जिससे शेष विस्थापित दुकानदारों को अब यहां-वहां भटकना नहीं पड़ेगा। धरातल स्थल पर वर्ष 2013 के दौरान 40 दुकानों का निर्माण किया गया था, जिन्हें प्राथमिकता के तौर पर मंदिर परिसर से हटाए गए करीब 36 दुकानदारों सहित अन्य विस्थापित दुकानदारों को दुकानें आवंटित की गई। अभी कई दुकानदार डोगरा रेजिमेंट द्वार के समीप रेहड़ी-फड़ी लगाकर अपने परिवार का भरण पोषण करने को मजबूर है, लेकिन आज दिन तक उन्हें स्थायी बसेरा नहीं मिल पाया। हालांकि जहां यह विस्थापित दुकानदार अपना छोटा-मोटा कारोबार कर रहे हैं, वह लोक निर्माण विभाग की है। बहरहाल अब मंदिर प्रशासन ने शॉपिग मॉल की दूसरी मंजिल पर 40 दुकानों का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है, वहीं तीसरी मंजिल में भी 35 दुकानें बनाई गई हैं। इससे अन्य दुकानदारों को स्थायी बसेरे की आस बंधी है। उधर, मंदिर अधिकारी सुमन धीमान ने बताया कि जल्द ही दुकानों का आवंटन किया जाएगा। मंदिर की जमीन पर अवैध निर्माण पर भड़के ग्रामीण

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योल : कस्बा नरवाणा पंचायत के आते प्राचीन शिव शक्ति शंभा मंदिर की जमीन पर अवैध भवन निर्माण को लेकर शनिवार को करीब 60 ग्रामीणों ने निर्माण कार्य रोकने के लिए पुलिस चौकी योल में शिकायत दर्ज करवाई, जिस पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी, लेकिन पंचायत प्रधान बहादुर सिंह कपूर की अगुवाई में ग्रामीणों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि यह मंदिर उनकी आस्था से जुड़ा है और जमीन भी मंदिर के नाम है, ऐसे में अतिक्रमणकारी क्यों इस मंदिर की जमीन को हथियाने में जुटे हैं। उन्होंने बताया कि न तो प्रशासन और न ही पुलिस ने गंभीरता दिखाई, जिससे लोगों ने रोष है। उन्होंने बताया कि यदि निर्माण न रोका गया तो ग्रामीण उग्र रूप धारण भी कर सकते है, क्योंकि यह उनकी आस्था का सवाल है। वहीं पंचायत प्रधान बहादुर सिंह कपूर ने बताया कि उक्त भूमि राजस्व रिकार्ड में शंभा मंदिर के नाम से दर्ज है। पुलिस चौकी योल के प्रभारी सुरेश शर्मा ने बताया कि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।


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