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Himachal By Election : चुनाव प्रचार में एक वाहन का एक दिन का 3500 से 4000 रुपये खर्च

Himachal By Election हिमाचल प्रदेश में मंडी लोकसभा और तीन विधानसभा क्षेत्रों के लिए हो रहे उपचुनाव के दौरान प्रचार में एक वाहन का एक दिन खर्च 3500 से 4000 रुपये जुड़ेगा। प्रचार के लिए लाउडस्पीकर लगे वाहन से प्रचार की अनुमति दी जा रही है।

By Virender KumarEdited By: Published: Sun, 10 Oct 2021 10:03 PM (IST)Updated: Sun, 10 Oct 2021 10:03 PM (IST)
Himachal By Election : चुनाव प्रचार में एक वाहन का एक दिन का 3500 से 4000 रुपये खर्च
चुनाव प्रचार में एक वाहन का एक दिन का 3500 से 4000 रुपये खर्च है। जागरण आर्काइव

शिमला, राज्य ब्यूरो। Himachal By Election, हिमाचल प्रदेश में मंडी लोकसभा और तीन विधानसभा क्षेत्रों के लिए हो रहे उपचुनाव के दौरान प्रचार में एक वाहन का एक दिन खर्च 3500 से 4000 रुपये जुड़ेगा। प्रचार के लिए लाउडस्पीकर लगे वाहन से प्रचार की अनुमति दी जा रही है।

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यह अनुमति संबंधित विधानसभा क्षेत्र के एसडीएम देंगे। विधानसभा क्षेत्र के लिए तीन गाडिय़ों से प्रचार की अनुमति दी जाएगी। प्रत्याशियों द्वारा प्रचार होने वाले खर्च पर नजर रखने के लिए विशेष टीम को जिम्मा सौंपा गया है। ये टीमें नामांकन प्रक्रिया के दिन से पूरी तरह से सक्रिय हैं।

लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी प्रचार पर 77 लाख रुपये और विधानसभा चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी 30.80 लाख रुपये व्यय कर सकते हैं। चुनाव पर होने वाले खर्च की निगरानी के लिए व्यय निगरानी प्रकोष्ठ को स्थापित किया गया है। किसी भी तरह की प्रचार सामग्री को निर्वाचन विभाग द्वारा गठित समिति से पास करवाने के बाद ही इस्तेमाल किया जा सकेगा। चुनाव प्रचार का खर्च जांचने के लिए पोस्टर से टेंट आदि को लगाने को भी अलग से दाम निर्धारित है। इसी तरह से पोस्टर और होर्डिंग के भी दाम जुडेंगे।

रोड शो में गाडिय़ों का खर्च भी प्रत्याशी के खाते में

रोड शो में शामिल गाडिय़ों का खर्च प्रत्याशी के खाते में जोड़ा जाएगा। इस पर अलग से निगरानी रखी जा रही है। कमेटी अपना रिकार्ड अलग से तैयार करेगी।

धार्मिक संस्थानों नहीं होगी बैठक

चुनाव प्रचार व इससे संबंधित बैठक के लिए धार्मिक संस्थानों के हाल आदि का उपयोग नहीं किया जा सकेगा। स्कूल के मैदान का उपयोग यदि अधिसूचित किए गए हैं और अनुमति से ही मिलेंगे। रेस्ट हाउस में किसी भी तरह की बैठकें नहीं हो सकेंगी।

-सी पालरासू, मुख्य निर्वाचन अधिकारी, हिमाचल प्रदेश।


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