बड़ा भंगाल नहीं पहुंचा पूरा राशन
संवाद सहयोगी, बैजनाथ : उपमंडल की दुर्गम घाटी बड़ा भंगाल मौसम के करवट लेते ही बर्फबारी से पूरी तरह लकद
संवाद सहयोगी, बैजनाथ : उपमंडल की दुर्गम घाटी बड़ा भंगाल मौसम के करवट लेते ही बर्फबारी से पूरी तरह लकदक हो गई है। यहां की भौगोलिक स्थितियों के अनुसार यहां बर्फबारी के दौरान भेजे जाने वाले राशन की खेप भी लोगों तक पूरी नहीं पहुंच पाई है। अब बर्फ पड़ने के बाद ये साफ हो गया है कि यहां रहने वाले लोगों के लिए खाने पीने का सामान अप्रैल में ही पहुंच पाएगा। वर्तमान में यहां पर 40 से अधिक लोग रह रहे हैं। घाटी के लोगों के लिए हर बार प्रशासन यहां बर्फबारी से पहले पूरे साल के राशन का इंतजाम कर देता था, लेकिन इस बार सात सौ क्विंटल राशन की जगह केवल दो सौ क्विंटल राशन ही लोगों के लिए गया है। यह राशन करीब अगस्त में यहां के लिए गया था। उसके बाद बाकी बचा राशन दिसंबर तक नहीं पहुंच पाया है, जो भेजा गया है वो यहां रह रहे लोगों के लिए नाकाफी है।
बड़ा भंगाल पंचायत के पदाधिकारियों की मानें तो, जो राशन इस घाटी में पहुंचाया गया है, वो कम है, ऊपर से राशन जो दिया गया है, जिसमें गेंहू, चावल, दालें, तेल व चिन्नी की भी मात्रा बहुत कम है। ऐसे में यहां के लोग अब अप्रैल तक कैसे गुजारा करेंगे।
पंचायत के उपप्रधान परसराम ने बताया कि इस समय करीब 40 लोग बड़ा भंगाल में रह रहे है तथा हर बार एक बार ही राशन आता था तथा बर्फबारी के बाद तक पूरा हो जाता था, लेकिन प्रशासन ने केवल 220 क्विंटल राशन भेजा जोकि कम है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि अगर प्रशासन ये कह रहा है कि जो लोग बीड़ में रह रहे, उन्हें वहां राशन मिलेगा तो ये नहीं होना चाहिए। बड़ा भंगाल के लोगों को घाटी में ही राशन मिलना चाहिए।
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अब राशन पहुंचाना मुश्किल
दुर्गम घाटी बड़ा भंगाल में पपरोला स्थित सिविल सप्लाई के डिपो से गाड़ी के जरिए राशन बडा ग्रां तक जाता है। उसके बाद बड़ा ग्रां से घोड़ों की सहायता से राशन को घाटी में लोगों के लिए पहुंचाया जाता है। लेकिन अब बर्फबारी होने के बाद इस घाटी में बाकी बचा राशन पहुंचाना मुश्किल है।
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बीड़ में रहने वालों को वहां दिया जाएगा राशन : एसडीएम
एसडीएम डॉ. मुरारी लाल ने बताया कि बड़ा भंगाल में जितनी मात्रा में लोग रह रहे हैं, उसके हिसाब से राशन भेजा गया है। जो लोग बड़ा भंगाल के बीड़ में रहते है, उन्हें वहां राशन दिया जाएगा।