नादौन में अतिक्रमणकारियों को नहीं प्रशासन का डर
संवाद सहयोगी, नादौन : नादौन शहर में दुकानदारों व रेहड़ी-फड़ी वालों की ओर से किए गए अि
संवाद सहयोगी, नादौन : नादौन शहर में दुकानदारों व रेहड़ी-फड़ी वालों की ओर से किए गए अतिक्रमण के कारण पूरी व्यवस्था चरमरा गई है। लोगों का कहना है कि प्रशासन दूसरे-तीसरे महीने अतिक्रमण करने वालों के विरुद्ध उचित कार्यवाही करने की चेतावनी देकर पल्लू झाड़ लेता है और अतिक्रमणकारी जमे रहते हैं। नादौन के मेन-बाजार में तो कुछ दुकानदारों ने बेचने के लिए बोरियों तथा पेटियों में रखे सामान से बाजारों के मध्य तक कब्जा कर रखा हुआ है। इससे शहर में खरीददारी करने आने वाले लोगों को चलने के लिए रास्ता भी नहीं बचा हुआ है। अतिक्रमण करने वालों को न तो प्रशासन की गाज गिरने का डर है और न ही लोगों को इससे हो रही असुविधा का ख्याल है। लोगों को मलाल है कि पुलिस प्रशासन भी कभी-कभार चालान काट कर खाना पूर्ति करता है। नादौन के मुख्य बाजार में उतरते ही फड़ी लगाने वालों ने अतिक्रमण कर लोगों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। यहां तक की बाजार के प्रमुख आध्यात्मिक स्थल हनुमान मन्दिर के दरवाजों पर भी सब्जी तथा कृषि उपकरण बेचने वालों ने कब्जा कर रखा है। नगर पंचायत इन अनाधिकृत फड़ी वालों से भी 30 रुपये प्रतिदिन तहबाजारी वसूल कर इन्हें अतिक्रमण की छूट दे देती है। लोगों ने मांग की है कि प्रशासन इस ओर शीघ्र ध्यान दे। जब इस बारे में सचिव नगर पंचायत नादौन पीसी बतरा से बात की तो उन्होंने बताया कि समस्या को हल करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।