world family day 2019: इन बातों का रखेंगे ध्यान तो कभी नहीं टूटेंगे संयुक्त परिवार
आजकल एकल परिवारों का चलन बढ गया है लेकिन बच्चों के लिए ऐसे परिवार अच्छे नहीं माने जाते कहा जाता है कि संयुक्त परिवार के बच्चे ही संस्कारवान व चरित्रवान बनते हैं।
हमीरपुर, रणवीर ठाकुर। परिवार के बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती। यह बात राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआइटी) हमीरपुर में सेवारत प्रबंधन एवं मानविकी सहायक प्रोफेसर डॉ. सुंदर कला नेगी ने कही। उनका कहना है बढ़ती महत्वकांक्षा के कारण संयुक्त परिवार टूट रहे हैं। दादा-दादी की कहानियां अब सुनाई नहीं देती हैं। संयुक्त परिवार में छोटे-मोटे लड़ाई झगड़ों को बुजुर्ग सुलझा लेते हैं। परिवार के सभी सदस्य बच्चों के साथ दोस्ताना व्यवहार करते हैं। एकल परिवार में कई बार बच्चों को माता-पिता का प्यार भी नहीं मिल पाता है। संयुक्त परिवार में ही बच्चे संस्कारवान व चरित्रवान बनते हैं, जो एकल परिवार में संभव नहीं है। एकल परिवार में पति-पत्नी के झगड़े बढ़ते जा रहे हैं और बुजुर्गों को भी बोझ समझा जाने लगा है।
संयुक्त परिवार टूटने के कारण
-कमाई कम और खर्च ज्यादा।
-परिवार के मुखिया का गलत रवैया।
-उच्च शिक्षा ग्र्रहण कर बच्चों का विदेश जाना।
-अयोग्य, आलसी व फिजूलखर्च करने वाले बेटे को बाहर जाने के लिए मजबूर करना।
-परिवार के सदस्यों के हिसाब से घर छोटा होना।
-गृह कलह, सास-बहू व पति-पत्नी के बीच झगड़े बढऩा।
ऐसे नहीं टूटेंगे संयुक्त परिवार
-घर के सभी सदस्य सप्ताह में एक बार विभिन्न विषयों पर मिलकर बातचीत करें।
-सभी सदस्य एक साथ बैठकर भोजन करें।
-किसी भी सदस्य पर विचार न थोपें।
-घर में शांतिपूर्ण माहौल बनाने के लिए सभी अपने स्तर पर प्रयास करें।
-घर में हर तरह के मनोरंजन के साधन रखें।
-घर का खर्च चलाने के लिए सभी सदस्य सहयोग करें।
-संपत्ति पर सभी का बराबर हक समझें।
-साल में एक या दो बार मनोरंजन या पर्यटन के लिए बाहर जाएं।
-एक-दूसरे की बुराई न करें।
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