जमली के समीप धंस रहा संपर्क मार्ग
संवाद सहयोगी बड़सर बड़सर के तहत आने वाली जमली-चलैली सड़क हादसे को न्योता दे रही है। वर्ष
संवाद सहयोगी, बड़सर : बड़सर के तहत आने वाली जमली-चलैली सड़क हादसे को न्योता दे रही है। वर्ष 2005 में नाबार्ड के अंतर्गत हरिजन बस्ती के लिए बनाए गए इस संपर्क मार्ग की आज तक विभाग ने सुध नहीं ली है। इस मार्ग पर दिन भर वाहनों की आवाजाही रहती है, लेकिन विभाग ने सड़क के रखरखाव में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई है। जमली से शुरू होने वाले सड़क मार्ग के एक तरफ प्राथमिक व माध्यमिक स्कूल व दूसरी तरफ पंचायत भवन बना हुआ है।
सड़क के एक किनारे जहां पर पंचायत भवन के पास करीब 15 फीट की गहरी खाई बनी हुई हैं, जहां से जमीन के साथ साथ पक्की सड़क भी धंस रही है। इस जगह सड़क इतनी तंग हैं कि गाड़ी तक निकालना मुश्किल हो रहा हैं। वहीं सड़क के साथ सरकारी स्कूलों के बच्चे रोजाना यहां से गुजरते हैं, जिससे किसी बड़ी दुर्घटना का अंदेशा हमेशा बना रहता है। वहीं इसी स्कूल के साथ पटवार घर और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी हैं, जहां मरीजों का भी रोजाना आना जाना लगा रहता है। यही नहीं ये सड़क मार्ग बाबा बालक मंदिर की ओर जाने वाली सड़क से भी जोड़ता है, जिसकी यहां से दूरी महज सात किलोमीटर ही हैं, जिस कारण दियोटसिद्ध के लिए यहां से गाड़ियों की आवाजाही लगी रहती है। इसी मार्ग पर कई जगह सड़क खड्ड में तबदील हो चुकी है, लेकिन विभाग पैचवर्क करवाने से भी कतरा रहा है। स्थानीय लोगों अनिल कुमार, केशव नंद, दीनानाथ, सुरजीत सिंह, निक्का राम, प्रीतम सिंह सहित सभी ग्रामीणों ने प्रभावित स्थान पर डंगा लगाने तथा सड़क की दुर्दशा को सुधारने की मांग लोक निर्माण विभाग से उठाई है। दियोटसिद्ध व सिद्धचानों मंदिर समैला को जोड़ने वाला जमली-चलैली संपर्क मार्ग 2005 के बाद से विभागीय अधिकारियों की अनदेखी का शिकार हैं। जमली स्कूल के पास डंगा लगाने के लिए कई बार विभाग को लिखा जा चुका हैं, लेकिन अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो पाया है। इस स्थान पर डंगे का एस्टीमेट बनाकर विभाग को भेजा गया था, लेकिन विभाग ने इसका टेंडर करवाना में भी देरी हुई है।
सतीश सोनी, पूर्व पंचायत प्रधान। जमली-चलैली संपर्क मार्ग पर जमली स्कूल के समीप डंगा लगना है, एस्टीमेट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजा जा चुका है। अभी तक इस कार्य के लिए टेंडर नहीं हो पाया है।
देवराज शर्मा, कनिष्ठ अभियंता लोक निर्माण विभाग।