बिना छुट्टी लिए सेवाएं देती रही डा. अर्चना
कोरोनाकाल में कठिन दौर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर
रणवीर ठाकुर, हमीरपुर
कोरोनाकाल में कठिन दौर में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अर्चना सोनी न केवल खुद मोर्चे पर डटी रहीं बल्कि स्टाफ का हौसला भी बढ़ाती रहीं। बिना छुट्टी किए स्टाफ का मार्गदर्शन किया और टीम के साथ कोरोना मरीजों को बेहतर सेवाएं देने के लिए आगे रहीं। सर्वप्रथम डा. सोनी ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए इससे निपटने के लिए डॉक्टरों की टीम गठित की।
स्टाफ नर्सो को ड्यूटी के प्रति सजग किया। महामारी से डर के नहीं बल्कि जागरूक होकर मरीजों की सेवा करने के लिए स्टाफ को आगे बढ़ने का हौसला देती रहीं। यही नहीं सफाई कर्मचारियों को भी कोरोना महामारी के दौरान कोविड अस्पतालों में दाखिल मरीजों की सेवा करने के लिए उनका मनोबल बढ़ाया।
एक आदर्श प्रस्तुत कर वह खुद हमीरपुर के तीनों कोविड अस्पतालों में पहुंची और मरीजों का हालचाल पूछा। यही नहीं उन्हें महामारी से भयभीत हुए बिना इसका डटकर मुकाबला करने को कहा।
गावों में घरों में आइसोलेट किए कोरोना मरीजों का हाल जानने के लिए आशा वर्करों को समय-समय दिशा-निर्देश दिए और हर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सविल अस्पातल, स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर टीमें तैयार करके कोरोना योद्धा के रूप में समाज में बेहतर परिचय दिया हैं।
स्टाफ नर्स इंदू कहती हैं कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अर्चना सोनी से कोरोनाकाल में बहुत कुछ सीखने को मिला हैं। वह स्वास्थ्य विभाग की टीम का बनोबल बढ़ाती रहीं तो हमीरपुर में कोरोना की जांच शुरू करवाई और हर दिन अधिक से अधिक सैंपल लेकर लोगों को राहत पहुंचाई।
पहले कोरोना सैंपल की जांच रिपोर्ट पालमपुर व मंडी के नेरचौक से आती थी और इसमें तीन से चार दिन लगते थे लेकिन हमीरपुर में कोविड सैंपल जांच करवाने के लिए सैंपल की मशीन स्थापित करवाने में अहम योगदान दिया है। कठिन दौर में पहले राधा स्वामी अस्पातल भोटा में कोविड अस्पताल शुरू करवाया और फिर एनआइटी हमीरपुर में इसका केंद्र स्थापित करके कोरोना मरीजों के उपचार में अहम योगदान दिया। अब तो हमीरपुर जिला आयरुेवेद अस्पताल भवन में सभी उपकरण स्थापित करके अस्पताल भी शुरू करवाया, जिससे जिला कोरोना मुक्त भी हुआ।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अर्चना सोनी कहती हैं कि कोरोनाकाल में मरीजों को बेहतर सेवाएं देने के लिए जो हो सका वो किया। जिले के डॉक्टरों की टीम सहित स्टाफ नर्स, सफाई कर्मियों के योगदान से कोरोना से जंग लड़ने में पीछे मुड़कर नहीं देखा है।