दूध के साथ-साथ गोबर और गौमूत्र भी खरीद रहे लोग
रणवीर ठाकुर हमीरपुर हमीरपुर जिले में 22 गौशालाओं में 2200 गौवंश हैं। जिले में हर
रणवीर ठाकुर, हमीरपुर
हमीरपुर जिले में 22 गौशालाओं में 2200 गौवंश हैं। जिले में हर उपमंडल पर गौशालाएं खोली गई हैं। हिमाचल प्रदेश गौ सेवा समिति के तहत यह गौशालाएं पंजीकृत हैं और यहां मवेशियों के लिए बेहतर खानपान की व्यवस्था रहती है। जिले में यहां हैं गौशालाएं
- हमीरपुर उपमंडल में गौशाला ब्ल्यूट, गसौता महादेव गौशाला, जमलीधाम गौशाला और बुआणा गौशाला शामिल हैं।
- भोरंज के तहत जाहू गौशाला, व शौटा गौशाला शामिल हैं ।
- बड़सर के तहत गलोह गौशाला, हार गौशाला, पपलोहल गौशाला, कलबाल गौशाला, कछबीं गौशाला शामिल हैं ।
नादौन उपमंडल में भड़ौली भगौर गौशाला, नालग गौशाला, अमरोटा गौशाला, पदरूं गौशाला, मैड़ गौशाला, हरमंदिर गौशाला शामिल हैं ।
सुजानपुर उपमंडल में पुंगखड्ड गौशाला, खैरी गौशाला, परनाली ऊहल गौशाला व समौणा गौशाला शामिल हैं। जिलेभर की इन गौशालाओं में पांच क्विंटल दूध गायें हर रोज देती हैं। ग्रामीण सस्ता व शुद्ध खुद यहां आकर लेते हैं। इसके साथ ही गोबर से केंचुआ खाद तैयार करके किसानों की सस्ती दरों में बेची जाती है। इन गौशालाओं में 1000 ट्राली हर वर्ष केंचुआ खाद की तैयार होती हैं ।
गौमूत्र से गौझरन अर्क तैयार किया जाता हैं जिसे लोग गौशालाओं में आकर ले जाते हैं। गौमूत्र को शुद्धि का प्रतीक माना जाता हैं। जिले में 22 गौशालाओं में बेसहारा पशुओं को आसरा मिला हुआ है। यह गायें दूध दे रही हैं और लोगों को भी इसका लाभ मिल रहा है। गोबर और गौमूत्र का लाभ भी लोग सस्ते में ले रहे हैं।
रसील सिंह मनकोटिया, हिमाचल गौसेवा समिति हमीरपुर ।