हर घर से उठेगा कूड़ा, और स्मार्ट दिखेगा धर्मशाला
नगर निगम धर्मशाला के 17 वार्डो के लोगों को अब कूड़े से निजात मिलेगी
दिनेश कटोच, धर्मशाला
नगर निगम धर्मशाला के 17 वार्डो के लोगों को अब कूड़े कचरे की समस्या से निजात मिलेगी। नगर निगम हर घर से कूड़ा उठाएगा। इसकी एवज में प्रति घर 50 रुपये प्रतिमाह शुल्क देना होगा। इसके लिए निगम प्रशासन ने सर्वे शुरू कर दिया है। इससे लोगों को काफी सुविधा मिलेगी, वहीं इसकी एवज में वसूले जाने वाले पैसे से नगर निगम की आर्थिकी मजबूत होगी।
नगर निगम पूरे वार्डो में सर्वेक्षण कर रहा है कि अभी कहां पर कूड़ा उठाने की सुविधा नहीं है। सर्वेक्षण पूरा होने के बाद सभी वार्डो में घर का कूड़ा खुले में फेंकने से निजात मिलेगी और शहर स्वच्छ होगा। वहीं होटल व दुकानों का कूड़ा कर्कट भी निगम के सफाई कर्मी उठाएंगे। अभी कूड़ा उठाने के लिए निगम के छोटे वाहन लगे हैं। घरों व दुकानों से कूड़ा उठाने का शुल्क नहीं वसूला जा रहा था। अब सरकारी कार्यालयों व निजी संस्थानों से भी कूड़ा उठाने की एवज में शुल्क लिया जाएगा। स्मार्ट सिटी बनने के बाद बढ़ा दायरा
नगर निगम के दायरे में 17 वार्ड आते हैं। स्मार्ट सिटी बनने के बाद निगम का दायरा बढ़ाया गया और कुछ पंचायतों के क्षेत्र को भी नगर निगम में शामिल किया गया। सबसे बड़ी समस्या नए क्षेत्रों के कूड़े के निष्पादन की थी, जो पहले पंचायत में आते थे। इन स्थानों पर कूड़ा उठाने के लिए पुख्ता व्यवस्था नहीं बन पाई थी। 25 आदमी जुटे हैं कार्य में
जिन क्षेत्रों से अभी कूड़ा उठाने की सुविधा नहीं थी, वहां इसे शुरू किया जाएगा। कूड़ा उठाने और घरों के सर्वेक्षण के लिए 25 लोगों की ड्यूटी लगाई गई है। नगर निगम ने यह कार्य ठेके पर दिया है, जिसकी समीक्षा प्रतिदिन हो रही है। कूड़ा निष्पादन अभी बड़ी चुनौती
नगर निगम ने घर-घर से कूड़ा उठाने की मुहिम शुरू की है, लेकिन इसके निष्पादन की समस्या भी है। अभी शहर का कूड़ा बस अड्डे के नीचे खुले में फेंका जाता रहा है। इससे सुधेड़ पंचायत के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उसके खिलाफ वह आवाज बुलंद कर चुके हैं। हालांकि निगम प्रबंधन अब कूड़े के निस्तारण के लिए गंभीरता से प्रयास कर रहा है। सोलह हजार हैं घर
सत्रह वार्डो में करीब सोलह हजार घर हैं। हर घर की रसोई के हिसाब से 50 रुपये प्रतिमाह शुल्क लिया जाएगा। हर घर से सूखा व गीला कचरा अलग उठाया जाएगा। लोगों को घरों में ही सूखा व गीला कचरा अलग रखने के लिए जागरूक किया जा रहा है। प्रतिमाह यह रहेगा शुल्क
घर,50 रुपये
व्यावसायिक परिसर,150 रुपये
चाय की दुकान,100 रुपये
सब्जी-फल की होलसेल दुकानें, 800 रुपये
सब्जी व फल की रिटेल दुकानें,150 रुपये
उपमंडल व स्थानीय कार्यालय,400 रुपये
जिला स्तरीय कार्यालय,800 रुपये
जोनल व मंडलीय कार्यालय,1000 रुपये
बैंक,750 रुपये
सरकारी स्कूल,100 रुपये
निजी स्कूल,500 रुपये -----------
घर सहित अन्य जगहों से कूड़ा-कर्कट उठाने के लिए मुहिम शुरू की है। पहले सर्वेक्षण हो रहा है कि कहां डोर-टू-डोर व्यवस्था अभी नहीं है। सरकारी कार्यालयों, सरकारी व निजी स्कूलों से भी कूड़ा उठाया जाएगा। सभी के लिए शुल्क तय कर दिया है। इससे शहर साफ-सुथरा रहेगा, और नगर निगम की आय में बढ़ोतरी होगी। कूड़े के निष्पादन के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। डंपिंग साइट में जल्द कूड़े से प्लास्टिक की ईटें बनाने का काम शुरू होगा। इसके लए मशीन आ चुकी है।
देवेंद्र जग्गी, महापौर नगर निगम