सोलर रूफ टॉप से लाखों की बिजली बचत
राजेंद्र डोगरा धर्मशाला स्मार्ट सिटी कई विभागों के लिए वरदान सिद्ध हुई है। स्मार्ट सिटी परि
राजेंद्र डोगरा, धर्मशाला
स्मार्ट सिटी कई विभागों के लिए वरदान सिद्ध हुई है। स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत लगाए गए सोलर रूफ टॉप पावर प्लांट से 10 माह में तीन विभागों ने 10 लाख रुपये की बिजली बचत की है। धर्मशाला स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने 1.59 करोड़ रुपये की लागत से क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला, स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला, स्पोर्ट्स कांप्लेक्स परिसर व नगर निगम के सामुदायिक भवन कोतवाली बाजार में 340 किलो वाट के पावर प्लांट स्थापित किए थे। इन कार्यालयों के प्लांटों ने अक्टूबर 2019 में कार्य करना शुरू कर दिया था और मौजूदा समय तक 10 से 11 लाख रुपये की बिजली बचत की है। सोलर रूफ टॉप पावर प्लांट में सौर ऊर्जा से बिजली तैयार होती है। अब स्मार्ट सिटी के दूसरे चरण में चार और कार्यालयों को प्लांटों से जोड़ने के लिए काम शुरू हो चुका है और इस पर 58 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे।
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पहले चरण में यहां लगे हैं पावर प्लांट
पहले चरण में 1.59 करोड़ की लागत से क्षेत्रीय अस्पताल धर्मशाला, स्कूल शिक्षा बोर्ड, सामुदायिक भवन कोतवाली बाजार और स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में रूफ टॉप पावर प्लांट स्थापित किए हैं। क्षेत्रीय अस्पताल में 200 किलो वाट, शिक्षा बोर्ड में 100 किलो वाट, सामुदायिक भवन व स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में 20-20 किलो वाट के प्लांट स्थापित किए गए थे। अक्टूबर 2019 में प्लांटों ने कार्य करना शुरू कर दिया था और अब तक इनसे 2.59 लाख यूनिट यानी केडब्ल्यूएच बिजली उत्पादन हो चुका है। इससे करीब 10 से 11 लाख रुपये की बिजली बचत हुई है।
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दूसरे चरण में यहां लगेंगे प्लांट
दूसरे चरण में मंडलायुक्त और उपायुक्त कार्यालय सहित मिनी सचिवालय व पुलिस अधीक्षक कार्यालय में 110 किलोवाट के प्लांट 58 लाख रुपये से स्थापित होंगे। उपायुक्त कार्यालय परिसर समेत मिनी सचिवालय में 80 किलो वाट जबकि मंडलायुक्त व पुलिस अधीक्षक कार्यालय की छत पर 20-20 किलो वाट के प्लांट स्थापित होंगे।
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बीडीओ कार्यालय में भी लगा है प्लांट
बीडीओ कार्यालय में ग्रामीण विकास विभाग ने 3.75 लाख रुपये से 18 किलो वाट का पावर प्लांट लगाया है। पहले इस कार्यालय का बिजली बिल 23 हजार के आसपास था और अब 7400 रुपये रह गया है।
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स्मार्ट सिटी के तहत दूसरे चरण में उपायुक्त कार्यालय सहित मिनी सचिवालय, मंडलायुक्त व पुलिस अधीक्षक कार्यालय को भी रूफ टाप पावर प्लांट से जोड़ने की तैयारी है। इसके लिए जल्द कार्य शुरू होगा। अभी तक चार कार्यालय में प्लांट कार्य कर रहा है और 10 माह में 10 से 11 लाख रुपये बिजली बिल की बचत हुई है।
-संजीवन धीमान, महाप्रबंधक तकनीकी धर्मशाला स्मार्ट सिटी लिमिटेड।
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ऐसे काम करता है प्लांट
रूफ टॉप पावर प्लांट सौर ऊर्जा को बिजली में परिवर्तित करता है। इसके बाद इसे इनवरटर के माध्यम से संबंधित भवन को सप्लाई होती है। साथ ही यह इनवरटर के माध्यम से राज्य विद्युत बोर्ड परिषद के ग्रिड से भी जुड़ी होती है। जिस दिन कार्यालय में अवकाश होता है तो यह बिजली सीधे ग्रिड में चली जाती है।