दुकानदारों की गुहार, खोल दो मंदिर के द्वार
चामुंडा नंदिकेश्वर धाम मंदिर के कपाट पांच माह से बंद हैं। इससे मंदिर मार्केट के दुकानदारों को रोजी-रोटी के लाले पड़ गए हैं।
सुरेश कौशल, योल
चामुंडा नंदिकेश्वर धाम मंदिर के कपाट पांच माह से बंद हैं। इससे मंदिर मार्केट के दुकानदारों को रोजी-रोटी के लाले पड़ गए हैं। परिवार पालना मुश्किल हो गया है। दुकानदारों ने प्रदेश सरकार से गुहार लगाई है कि नियमों के तहत अब मंदिर भी खोल दिए जाने चाहिए।
मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार से लंगर भवन और शॉपिग कांप्लेक्स समेत 120 दुकानदारों के परिवार की रोजी-रोटी मंदिर से चलती है। कोरोना महामारी के कारण 17 मार्च से मंदिर बंद हैं। इससे पूजा सामग्री, वस्तु भंडार व प्रसाद बेचने वाले दुकानदारों का धंधा ठप है। मंदिर की भी आमदनी लगभग शून्य ही है। लंगर पर प्रतिमाह 1.16 लाख का खर्च हो रहा है। 14 गृहरक्षकों का खर्च अलग है। दुकानदारों की मांग है कि नियमों के तहत मंदिर के कपाट खोलने के आदेश जारी कर देने चाहिए, ताकि रोजी-रोटी का संकट भी दूर हो सके।
-------------
नियमों के तहत मंदिर खोल दिए जाने चाहिए। अगर ऐसा न हुए तो कई परिवारों के हालात रोजगार न होने से बदतर हो जाएंगे। जहां रोज हजारों लोगों की आवाजाही रहती थी आज वहां खामोशी का आलम है।
-मनोज कुमार, दुकानदार।
-------------
जब तक मंदिर बंद हैं तब तक दुकानदार आर्थिक मंदी से नहीं उभर सकते। श्रद्धालुओं से ही दुकानदारों की रोजी रोटी चलती है। जरूरी है कि सरकार इन बेरोजगार हुए लोगों की हालत जाने।
-विजय सूद, दुकानदार।
-------------
देशभर में कई मंदिर और मॉल खोल दिए गए हैं। इसके बाद से वहां व्यवस्था पटरी पर लौट रही है। मंदिर बंद होने से आमदनी शून्य होकर रह गई है। ऐसे में सरकारी निर्देशों के तहत मंदिर को खोलने की इजाजत दी जानी चाहिए।
-संसार मित्र दीक्षित, न्यास सदस्य।
--------------
सरकार को इस संबंध में जल्द फैसला लेना चाहिए। पांच माह से मंदिर के कपाट बंद रहने से मंदिर की आमदनी पर विराम लग गया है वहीं इस पर ही आश्रित दुकानदारों की आर्थिक स्थिति खराब हो कर रह गई है।
-घनश्याम वर्मा, न्यास सदस्य।
-----------
मंदिर के कपाट खोलने के लिए सरकार के आदेश का इंतजार है। वैसे तो मंदिर प्रशासन ने अपने स्तर पर तैयारी पहले ही कर रखी है। आदेश आते ही मंदिर के कपाट खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
-डॉ. हरीश गज्जू, एसडीएम धर्मशाला एवं सहायक मंदिर आयुक्त चामुंडा।