दस करोड़ से होगा सौरभ वन विहार का जीर्णोद्धार
दो वर्षाें में दो बार बरसात के दिनों खड्ड के रूद्र रूप से तहस-नहस हुए कारगिल शहीद को समर्पित सौरभ वन बिहार को फिर से पुराने स्वरूप में लाने की पूरी तैयारियां हो गई हैं। शुक्रवार को सीएम के प्रधान सचिव आरएन बत्ता के नेतृत्व वाली उच्च स्तरी कमेटी ने वन विहार का दौरा कर पुनरुद्धार पर मंथन किया व वन बिहार के निर्माता एवं वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार से मुलाकात कर संभावनाओं पर बातचीत की।
संवाद सहयोगी, पालमपुर : दो वर्ष में दो बार बरसात के दिनों खड्ड के रूद्र रूप से तहस-नहस हुए कारगिल शहीद को समर्पित सौरभ वन विहार को फिर से पुराने स्वरूप में लाने की पूरी तैयारियां हो गई हैं। शुक्रवार को मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव आरएन बत्ता के नेतृत्व वाली उच्चस्तरीय कमेटी ने वन विहार का दौरा कर इसके जीर्णोद्धार पर मंथन किया। टीम ने वन विहार के निर्माता एवं वरिष्ठ भाजपा नेता शांता कुमार से मुलाकात कर संभावनाओं पर बातचीत की।
बाद में पत्रकारों से बातचीत में प्रधान सचिव ने कहा कि सौरभ वन विहार को पुराने स्वरूप में लाने के लिए करीब दस करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसकी औपचारिकताएं बरसात से पहले पूरी कर ली जाएंगी। पूर्व सांसद शांता कुमार की दूरदर्शिता से निर्मित सौरभ वन विहार को कारगिल शहीद कै. सौरभ कालिया की याद में बनाया है। वर्ष 2018 व 2019 में दो बार सौरभ वन विहार पर बाढ़ का कहर बरपा। इसके बाद इसमें स्थल चयन को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे थे। लेकिन इसी वर्ष जनवरी-फरवरी में शिमला की बैठक में इसे यहीं पुनस्र्थापित करने का निर्णय किया गया।
उन्होंने आशा जताई कि विभाग 15 दिन के भीतर कार्य आरंभ कर देगा। इसके लिए तैयार प्राक्कलन एक सप्ताह में बजट का प्रावधान करवाया जाएगा। इस मौके पर प्रिसिपल चीफ कंजरवेटर अजय शर्मा, चीफ इंजीनियर जल शक्ति विभाग सुशील जस्टा, एससी जल शक्ति विभाग सुरेश महाजन, डीएफओ डॉ. नितिन पाटिल, एक्सईएन संजय ठाकुर, जिलाधीश राजेश प्रजापति आदि मौजूद रहे। ----------
सौरभ वन विहार को पुन: स्थापित करने के लिए सौरभ वन बिहार सोसायटी व सरकार प्रयास कर रही है। सोसाइटी ने गाद को निकालने की प्रक्रिया शुरू की है। इसके बाद जल शक्ति विभाग के माध्यम से न्युगल खड्ड के साथ किनारों में रीटेनिग वॉल का प्रावधान किया है। इसके लिए विभाग ने प्रक्रिया आरंभ कर दी है। पर्यटन विभाग के सहयोग से तीन करोड़ रुपये का प्रावधान कर दिया है।
-डॉ. नितिन पाटिल, डीएफओ पालमपुर।
विभाग की ओर से प्रोजेक्ट रिपोर्ट को मंजूरी प्रदान मिल गई है। शीघ्र ही प्रपोजल तैयार कर किया जाएगा। इसके बाद टेंडर प्रक्रिया के तहत कार्य आरंभ कर दिया जाएगा।
-संजय ठाकुर, अधिशाषी अभियंता जल शक्ति विभाग मंडल, पालमपुर।