गांव के बीचोंबीच मंजूर नहीं कूड़ा निस्तारण संयंत्र
उपमंडल ज्वालामुखी की पंचायत हड़ोली के लोग प्रस्तावित कूड़ा निस्तारण संयंत्र के विरोध में उतर आए हैं। लोगों ने इस संबंध में पंचायत सचिव को पत्र सौंपा है।
संवाद सूत्र, ज्वालामुखी : उपमंडल ज्वालामुखी की पंचायत हड़ोली के लोग प्रस्तावित कूड़ा निस्तारण संयंत्र के विरोध में उतर गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि सॉलिड लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट (कूड़ा निस्तारण संयंत्र) के लिए चयनित भूमि गांव के बीचोंबीच है। यह घासणी है, यहां वर्षो से लोग अपने पशुओं को चराते हैं। यह भूमि सरकारी नहीं है। यहां कूड़ा निस्तारण संयंत्र बनने से पानी का स्रोत बर्बाद हो जाएगा। 16 पंचायतों के कचरे का यहां निस्तारण किया जाएगा, जिससे प्रदूषण फैलेगा।
कूड़ा निस्तारण संयंत्र के विरोध में लोगों ने पंचायत सचिव को हस्ताक्षरयुक्त पत्र सौंपा है और पंचायत कार्यालय के बाहर विरोध भी जताया। लोगों ने दो टूक कहा कि वे किसी भी सूरत में गांव के बीचोंबीच कूड़ा निस्तारण संयंत्र नहीं बनने देंगे। हालांकि सप्ताह पहले ही बीडीओ देहरा स्वाति गुप्ता ने इसके लिए चयनित भूमि का निरीक्षण किया था और जल्द इसे बनाने के निर्देश दिए हैं। 64 लाख रुपये से बनने वाले इस संयंत्र में 16 पंचायतों के कूड़े का निस्तारण किया जाना है। इनमें अधबानी, घुरकाल, जखोटा, चौकाठ, कमलोटा, दरीन, सिहोरपाईं व दरंग शामिल हैं।
कचरे से खाद बनाकर किसानों को मुहैया करवाकर जैविक खेती की तरफ आकर्षित करने की योजना है। यहां एकत्र होने वाले प्लास्टिक कचरे को उद्योगों को उपलब्ध करवाकर स्थानीय पंचायत को आर्थिक तौर पर लाभ पहुंचाने की योजना है।
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कूड़ा निस्तारण संयंत्र के लिए 64 लाख का बजट स्वीकृत है। मैंने जगह का निरीक्षण भी किया था। चयनित स्थान पर भूमि संबंधी भी कुछ अड़चने हैं। यदि लोगों का विरोध है तो उनसे बात करेंगे। लोगों की इच्छा के विपरीत कार्य शुरू नहीं किया जाएगा। सबकी बात सुनी जाएगी जो बेहतर होगा वही फैसला लेंगे।
-स्वाति गुप्ता, बीडीओ देहरा।
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कूड़ा निस्तारण संयंत्र के विरोध में 91 लोगों ने हस्तताक्षरयुक्त पत्र सौंपा है। उच्चाधिकारियों को इस बारे में अवगत करवाएंगे।
-राधा शर्मा, सचिव हड़ोली पंचायत।
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पंचायत ने विकास खंड कार्यालय देहरा के पत्र पर करीब दो साल पहले इस संयंत्र को स्थापित के किए प्रस्ताव पंचायत में पारित किया था। तब जगह के बारे में कहीं भी कोई निर्देश नहीं थे। पंचायत ने अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं दिया है। लोगों की भावनाओं के विपरीत कोई कदम पंचायत नहीं उठाएगी।
-कुलतार, पंचायत प्रधान हड़ोली।