अवैध शिकार का निशाना बनी मादा तेंदुआ
वन मंडल पालमपुर ने ग्रामीणों की सूचना पर शनिवार को घनेटा बीट के झरेट गांव स्थित जंगल में मादा तेंदुए का शव बरामद किया है। विभाग ने इसकी सूचना पुलिस को देते हुए अज्ञात शिकारियों के विरुद्ध मामला दर्ज करवा दिया है। वहीं
संवाद सहयोगी, पालमपुर : वन मंडल पालमपुर ने ग्रामीणों की सूचना पर शनिवार को घनेटा बीट के झरेट स्थित जंगल में मादा तेंदुआ का शव बरामद किया है। विभाग ने इस बाबत अज्ञात शिकारियों के विरुद्ध केस दर्ज करवा दिया है। साथ ही पोस्टमार्टम के बाद शव जला दिया है।
झरेट के जंगल में शनिवार सुबह लोगों ने मादा तेंदुए को मृत पाकर वन विभाग को सूचित किया। घनेटा बीट के अधिकारी अश्वनी कुमार ने मौके पर पहुंचकर शव का जायजा लिया और पुलिस को सूचना दी। उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया में तीन वर्षीय मादा तेंदुए की मौत गोली लगने से हुई है। उन्होंने बताया कि तेंदुए के सिर व शरीर पर गोली के छर्रो से काफी घाव हैं। उन्होंने निकटवर्ती पशु औषधालय में पोस्टमार्टम करवाया और उच्चाधिकारियों को सूचना दी। वन मंडल अधिकारी वीएस यादव ने बताया कि तेंदुए के शव को जला दिया है। उन्होंने बताया कि वन्य प्राणियों का शिकार कानूनन अपराध है और इसमें जमानत का प्रावधान तक नहीं है। उधर डीएसपी विकास धीमान ने बताया कि भवारना पुलिस थाना में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अज्ञात शिकारियों की तलाश में जुट गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस क्षेत्र के बंदूकधारकों से पूछताछ करेगी। राजस्व विभाग से भी बंदूक लाइसेंसधारकों की सूची मंगवाई है। उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ वर्षों से वन मंडल पालमपुर के तहत तेंदुओं के शिकार की घटनाओं में इजाफा हुआ है। विभाग ने कई जगह से शव बरामद कर मामले दर्ज किए हैं। इसके अलावा प्राकृतिक चेतना केंद्र एवं चिड़ियाघर गोपालपुर में पिछले वर्ष तेंदुओं को भगाने के प्रयास किया गया था। हालांकि वन्य प्राणी विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए बाड़े से भागे तेंदुओं को पकड़ने में कामयाबी हासिल कर ली थी। इस तरह की घटनाओं ने साबित कर दिया है कि क्षेत्र में तेंदुए का शिकार करने वाला गिरोह सक्रिय रहा है।