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मैक्लोडगंज में फिर से लौटने लगी रौनक

संवाद सहयोगी धर्मशाला सरकार की ओर से प्रदेश की सीमाएं सभी लोगों के लिए बिना ई-पास खोल

By JagranEdited By: Published: Sat, 03 Oct 2020 06:47 PM (IST)Updated: Sun, 04 Oct 2020 05:15 AM (IST)
मैक्लोडगंज में फिर से लौटने लगी रौनक
मैक्लोडगंज में फिर से लौटने लगी रौनक

संवाद सहयोगी, धर्मशाला : सरकार की ओर से प्रदेश की सीमाएं सभी लोगों के लिए बिना ई-पास खोलने के बाद पर्यटक धर्मशाला पहुंचने लगे हैं। मैक्लोडगंज में तो पर्यटकों की काफी चहलपहल है, जिससे होटल से लेकर अन्य कारोबारी खुश हैं। कारोबारियों का कहना है कि कोरोना संकट के बाद अब उनका कारोबार कुछ रफ्तार पकड़ने लगा है। उधर होटलों में आक्यूपेंसी दर भी 60 फीसद तक पहुंच गई है। वहीं स्थानीय दुकानदारों के चेहरों पर भी रौनक लौटने लगी है। दुकानदारों ने भी अपनी दुकानों में सामान भरना शुरू कर दिया है। इसके अलावा होटल कारोबारियों ने अपने कर्मचारियों को काम पर बुला लिया है। इससे कोरोना संकट में बेरोजगारी की मार झेल रहे लोगों को भी राहत मिली है।

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मैक्लोडगंज पहुंचने वाले ज्यादातर पर्यटक दिल्ली व पंजाब से आ रहे हैं, जबकि अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटकों की संख्या अभी कम हैं। होटल कारोबारियों की मानें तो अब पर्यटन कारोबार रफ्तार पकड़ेगा। दशहरा व दिवाली पर अन्य राज्यों के पर्यटकों की भी संख्या मैक्लोडगंज में बढ़ेगी।

दोनों ही होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशनों के पदाधिकारियों की मानें तो 60 फीसद तक कमरे अब वीकेंड पर पर्यटकों से बुक हो रहे हैं। हालांकि आनलाइन बुकिग अभी कम है, लेकिन वीकेंड पर पंजाब से ज्यादातर पर्यटक पहुंच रहे हैं, जो मौके पर ही कमरा ले रहे हैं। वहीं मैक्लोडगंज का वाटर फाल शनिवार को पर्यटकों से गुलजार रहा। ज्यादातर पर्यटक वाटर फाल की ओर रुख करते नजर आए। यहां भागसूनाग मंदिर में पूजा के बाद सीधे पर्यटक वाटर फाल रवाना हो रहे थे। पर्यटकों, दुकानदारों व होटल मालिकों की जुबानी

मैक्लोडगंज आकर काफी अच्छा लग रहा है। लाकडाउन के बाद पहली बार अपने मित्रों के साथ यहां घूमने पहुंचा हूं। यहां का मौसम काफी सुहावना हो गया है। हम तीन दिन के लिए यहां आए हैं।

-नरेंद्र मिश्रा, पर्यटक निवासी दिल्ली। हम करीब 10 महीने के बाद घूमने निकले हैं। लाकडाउन के कारण पहले नहीं आ पाए थे। यहां पहुंच कर काफी अच्छा लग रहा है। दो महीने बाद परिवार सहित यहां फिर आउंगा।

रक्षपाल सिंह, पर्यटक निवासी अमृतसर। धीरे-धीरे पर्यटकों की संख्या बढ़ने से अच्छा कारोबार होने की उम्मीद जगी है। जो लोग कोरोना संकट से बेरोजगार हो गए थे उन्हें अब फिर से रोजगार के अवसर मिलने शुरू हो गए हैं।

-सुभाष ठाकुर, दुकानदार। वीकेंड पर पर्यटक पहुंचने शुरू हुए हैं। हालांकि ये पर्यटक पहले बुकिग नहीं करवाते हैं, लेकिन वीकेंड पर होटलों में 60 फीसद तक आक्यूपेंसी पहुंचने लगी है। पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों व होटल मालिकों को राहत मिली है।

- संजीव गांधी, महासचिव होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन धर्मशाला।


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