छूट पर पानी, करोड़ों का झटका
मुनीष दीक्षित बीड़ पर्यटकों के लिए सरकार ने बेशक देवभूमि के दरवाजे खोल दिए हों पर पर्यटन
मुनीष दीक्षित, बीड़
पर्यटकों के लिए सरकार ने बेशक देवभूमि के दरवाजे खोल दिए हों पर पर्यटन स्थलों में अब भी सन्नाटा है। हर साल मार्च से मध्य जुलाई तक गुलजार रहने वाले बीड़ बिलिग में अब भी वीरानी है। 14 मार्च से यहां पैराग्लाइडिग व अन्य साहसिक गतिविधियों पर लगी रोक सात जुलाई को हट गई है पर पैराग्लाइडिग पर अब बारिश का दंश है।
बरसात के कारण यहां 15 जुलाई से 15 सितंबर तक प्रतिबंध रहता है। ऐसे में मंगलवार को कुछ पायलटों ने बीड़ के आसमान में उड़ान भरकर पुराने दिन वापस लाने का प्रयास तो किया, लेकिन अगले दिन यानी बुधवार को बीड़ में सुबह से हो रही बारिश ने चंद दिन की मोहलत के दम पर कुछ कमाई करने के सपने भी धो डाले। बीड़ में अगले एक सप्ताह तक भी मौसम खराब रहने का ही अनुमान है। बीड़ के 38 वर्षीय सुरजीत कुमार पेशे से पायलट हैं। 10 साल से वह इसी कमाई के दम पर परिवार को पाल रहे हैं। इस सीजन ने उन्हें पूरी तरह से तोड़कर रख दिया है। सुरजीत बताते हैं कि उन्हें इस सीजन में कहीं दिहाड़ी लगाने का विकल्प चुनना पड़ा है। यही हाल यहां के 200 से अधिक पायलटों का है।
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15 तक बारिश की संभावना
बीड़ बिलिग में 15 जुलाई तक बारिश की संभावना है। ऐसे में बिलिग में फ्लाइंग हो पाएगी, इसकी संभावना कम है। बीड़ बिलिग में बुधवार को भी लॉकडाउन की तरह ही सन्नाटा पसरा हुआ था। स्थानीय लोगों के अलावा कोई पर्यटक नजर नहीं आया। ऐसे में इस बार यहां पहली मार्च से 15 जुलाई तक होने वाला पर्यटन सीजन पूरी तरह से खराब हो गया है। इससे करोड़ों का नुकसान हुआ है।
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कई लोगों का जुड़ा है रोजगार
बीड़ बिलिग हिमाचल में काफी तेजी से पर्यटन के क्षेत्र में आगे बढ़ा है। यहां 150 के करीब होटल, गेस्ट हाउस व होम स्टे हैं। इसके अलावा 240 यहां के युवा पैराग्लाइडर पायलट के रूप में पंजीकृत हैं। इसके अलावा स्काई स्काइलिग, ट्रैकिग व कैपिग का भी कार्य है। यहां मार्च से अब तक सब कुछ बंद है।
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होटल व गेस्ट हाउस बंद
बीड़ में इस समय होटल व गेस्ट हाउस भी बंद हैं। पर्यटक यहां नहीं रहे हैं। पर्यटन विभाग के सुपरवाइजर रणविजय बताते हैं कि पर्यटक तो आए भी जाए लेकिन अब यहां सीजन सितंबर तक बरसात के कारण बंद हो रहा है। ऐसे में यहां के काफी होटल, गेस्ट हाउस व होम स्टे के संचालक रिस्क भी नहीं ले रहे हैं।