अब शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष की फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर ठगे 15 हजार रुपये
जागरण संवाददाता धर्मशाला अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कांगड़ा राजेश कुमार की फर्जी फेसबुक आइड
जागरण संवाददाता, धर्मशाला : अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कांगड़ा राजेश कुमार की फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर पैसे ठगने के प्रयास के बाद शातिरों ने अब हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष की फर्जी आइडी बनाई और मैक्लोडगंज के एक होटल संचालक से 15 हजार रुपये ठग लिए।
मैक्लोडगंज के होटल संचालक ने बताया कि बोर्ड अध्यक्ष डा. सुरेश कुमार सोनी उनके परिचित एवं फेसबुक फ्रेंड हैं। सोमवार दोपहर वह घर के काम कर रहे थे। इस दौरान सुरेश सोनी का फेसबुक मैसेंजर पर संदेश आया कि उन्हें तत्काल 40 हजार रुपये की जरूरत है और मंगलवार दोपहर तक वह रुपये लौटा देंगे। बकौल होटल संचालक, उस समय वह व्यस्त थे। दोस्त के संदेश पर उन्होंने बिना कोई जांच या फोन किए 15 हजार रुपये ऑनलाइन उनके खाते में जमा करवा दिए। रुपये देने के बाद उन्होंने जब सुरेश सोनी को फोन किया तो पता चला कि उन्होंने रुपये नहीं मांगे हैं। इसके बाद जांच में यह आइडी फर्जी निकली। होटल संचालक ने बताया कि 15 हजार रुपये देने के बाद भी शातिर 40 हजार रुपये मांग रहा था। बताया जा रहा है कि इस फर्जी आइडी में हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री जैसे लोग भी फ्रेंड लिस्ट में हैं। उधर बोर्ड अध्यक्ष सुरेश कुमार सोनी ने बताया कि उन्होंने पुलिस थाना धर्मशाला व बिलासपुर में शिकायत दर्ज करवा दी है। साथ ही उन्होंने अपील की है कि अगर कोई सोशल मीडिया के माध्यम से उनके नाम की आइडी बनाकर फ्रेंड रिक्वेट भेजता है या पैसे के लेन-देन को लेकर बात करता है तो उसे स्वीकार न करें।
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ऐसे होती है फेसबुक पर ठगी
साइबर ठगों की नजर मंत्रियों, विधायकों, अफसरों, कारोबारियों व नामचीन हस्तियों के फेसबुक अकाउंट पर रहती है। उनके अकाउंट का अध्ययन करने के बाद शातिर संबंधित व्यक्ति के मित्रों की सूची में शामिल लोगों को संदेश भेजकर तबीयत खराब होने, अस्पताल में भर्ती होने और आवश्यक कार्य में व्यस्तता समेत तमाम विषम परिस्थितियों का हवाला देकर रुपयों की मांग करते हैं। शाम तक या कल सुबह तक रुपये लौटाने का भरोसा भी देते हैं। इसी बहाने अगर कोई झांसे में आ गया तो उससे रुपये ठगकर शातिर संबंधित फर्जी आइडी को क्लोज कर देते हैं।
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ऐसे बच सकते हैं ठगी से
-करीबी दोस्तों के नाम अगर हमें कोई फ्रेंड रिक्वेस्ट आती है तो हम सिर्फ नाम व फोटो देखकर इसे स्वीकार कर लेते हैं। कोई भी रिक्वेस्ट आने पर उसका पूरा प्रोफाइल चेक कर लें और उसके बाद ही स्वीकार करें।
-जब भी किसी फेसबुक आइडी से मदद के नाम पर रुपये मांगे जाएं तो पहले उस व्यक्ति के मोबाइल फोन या किसी संपर्क नंबर पर काल कर लें। हकीकत का पता चल जाएगा।
-अगर शातिर कहता है कि उसके मोबाइल पर फोन करने के लिए पैसे नहीं हैं तो आजकल वीडियो और आडियो कालिंग की सुविधा होती है। उसका उपयोग जरूर कर लें।
-क्लोन एवं नकली आइडी साइबर अपराधी तब ही नहीं बना पाएगा जब आपकी आइडी की प्राइवेसी सेटिंग मजबूत हो। अपना आइडी ओनली-मी या ओनली फ्रेंड में रखेंगे तो साइबर अपराधी आपकी आइडी में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।