बारिश से आफत, राहत भी नहीं कम
पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग-154 में बुधवार को होल्टा गांव के निकट यातायात से भरी सड़क पर पेड़ की विशाल टहनी टूटने
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होल्टा में पेड़ गिरने से ढाई घंटे बंद रहा राष्ट्रीय राजमार्ग
-मार्ग के दोनों ओर लगी वाहनों की कतारें, प्रभावित हुए लंबे रूट
-मटौर में नाली में घुसी जीप, एनएच पर एक घंटा थमे वाहनों के पहिये
संवाद सहयोगी, पालमपुर : पठानकोट-मंडी राष्ट्रीय राजमार्ग पर बुधवार को होल्टा के समीप पेड़ गिरने से यातायात करीब ढाई घंटे बाधित हो गया। हालांकि छोटी गाड़ियां तो निकल रही थीं पर बड़े वाहनों की आवाजाही ठप हो गई। इस दौरान यातायात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस विभाग के कर्मी भी जुटे। बाद में इस बाबत सूचना मिलते ही राष्ट्रीय राजमार्ग लोक निर्माण विभाग के कर्मचारियों ने जेसीबी से पेड़ हटाया और यातायात को सुचारू किया। पालमपुर से बनूरी तक मार्ग के दोनों ओर कई पेड़ खतरा बने हुए हैं। हल्की बारिश पर भी ये ढहकर सड़क पर गिरते हैं लेकिन विभाग की ओर से इन्हें हटाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए गए हैं। उच्चतम न्यायालय की ओर से हरे पेड़ों को काटने पर लगाई गई रोक के कारण विभाग भी स्वयं को असहाय मान रहा है। इसके अलावा मटौर चौक में एक जीप के नाली में गिरने से करीब एक घंटा मार्ग बंद रहा। इससे आम लोगों के साथ-साथ वाहन चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
गेहूं व आलू की फसल के लिए लाभदायक है बारिश
जागरण टीम, पालमपुर/बिलासपुर/डाडासीबा : कृषि विशेषज्ञों ने बारिश को गेहूं व आलू की फसलों के लिए लाभदायक बताया है। विशेषज्ञों का कहना है कि चंगर क्षेत्रों में फसलों को पानी मिला है। उनका कहना है कि मौसम ऐसा ही रहता है और तेज हवाएं अगर चलती हैं तो फसलों को क्षति हो सकती है। फिलहाल बारिश से आलू के कंदों, प्याज व लहसुन की गांठों को फायदा मिलेगा। पानी मिलने से उनका आकार बढ़ेगा। दूसरी तरफ कृषि विभाग के विशेषज्ञ बताते हैं कि पालमपुर समेत अन्य क्षेत्रों में गेहूं की फसल अभी कच्ची है, इसलिए बारिश लाभदायक ही है। जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों इंदौरा व फतेहपुर की बात करें तो वहां फसल कटाई के लिए तैयार है वहां बारिश की जरूरत नहीं थी। उधर किसानों का कहना है कि बिलासपुर, धंगड़, ठंबा, कटोरा, ललूड़ी, चपढेनी, गुलेर, हरिपुर, खैरियां, भटोली, नंदपुर, बरयाल, भियाल समेत डाडासीबा में गेहूं की फसल खेतों में बिछ गई है।