पंजाब के मुंह से धौनी ने छीनी थी जीत
मुनीष गारिया धर्मशाला भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी व बाएं हाथ के म
मुनीष गारिया, धर्मशाला
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी व बाएं हाथ के मध्यक्रम के बल्लेबाजी सुरेश रैणा ने क्रिकेट स्टेडियम धर्मशाला में तीन वनडे, एक टी-20 व दो आइपीएल मैच खेले। इन सब मैचों में 2010 का आइपीएल मैच यादगार है, जब चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) की ओर से विपरीत स्थितियों में भी धुआंधार व जिम्मेदार कप्तानी पारी खेलते हुए धौनी ने किंग्स इलेवन पंजाब की झोली से मैच छीन लिया था। वह प्लेयर ऑफ द मैच बने थे।
18 अप्रैल, 2010 को धर्मशाला स्टेडियम में पंजाब व सीएसके का मैच था। कप्तान धौनी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला लिया। पंजाब ने 20 ओवरों में तीन विकेट पर 192 रन बनाए। धर्मशाला स्टेडियम में आइपीएल का यह दूसरा मैच था। सीएसके की शुरुआत बहुत धीमी रही। हालांकि सुरेश रैणा व एस बद्रीनाथ ने पारी को संभाला था, लेकिन 27 गेंदों में 46 रन बनाकर रैणा पेवेलियन लौटे तो स्थिति और विकट हो गई, लेकिन धौनी क्रीज पर डटे रहे। एक समय ऐसा भी आया जब सीएमके को दो ओवरों में 29 रन की जरूरत थी। अंतिम ओवर में टीम 16 रन चाहिए थे और स्ट्राइक पर धौनी थे।
गेंदबाज इरफान पठान को पहली गेंद पर लांग ऑन पर चौका लगाया। अगली गेंद में दो रन लिए। तीसरी और चौथी गेंद पर धौनी ने लगातार दो छक्के लगाकर मैच जीता दिया। लांग ऑन में लगाए ये दोनों छक्के स्टेडियम के बाहर बीएड कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल की छत पर गिरे। धौनी ने 29 गेंदों पर पांच चौकों व दो छक्कों की मदद से 54 रनों की नाबाद अर्धशतकीय पारी खेली थी। सीएसके ने 17 मई को पंजाब के साथ एक और मैच खेला था, जिसमें धौनी और सुरेश रैणा कुछ खास नहीं कर पाए थे और टीम मैच हार गई थी।
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धर्मशाला में पहले वनडे में रैणा ने टीम इंडिया को दिलाई थी जीत
27 जनवरी, 2013 को धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम के लिए ऐतिहासिक दिन था, क्योंकि स्टेडियम में पहली बार वनडे मैच हो रहा था। इंग्लैंड के खिलाफ यह वनडे एमएस धौनी की कप्तानी में हुआ। इंग्लैंड के 226 रनों के खिलाफ सुरेश रैणा ने 83 रनों की जोरदार अर्धशतकीय पारी खेलकर मैच जिताया था। स्टेडियम में पहला मैच भारत के पक्ष में रहा था। इसलिए यह मैच स्टेडियम के लिए और भी यादगार हो गया।
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रानीताल में शर्मा ढाबे पर सीएसके ने खाया था खाना
18 अप्रैल, 2010 को पंजाब के खिलाफ मैच जीतने के बाद सीएसके टीम सड़क मार्ग के जरिए चंडीगढ़ के लिए रवाना हुई थी। धर्मशाला से निकलकर जैसे ही टीम रानीताल पहुंची तो धौनी ने खाना खाने का प्रस्ताव रख दिया। जिस पर पूरी टीम शर्मा पंजाबी ढाबा में रुकी और वहां सभी ने शाहाकारी खाना खाया। इस दौरान ढाबा संचालक जगदीश शर्मा व अविनेश शर्मा ने टीम के साथ फोटो भी खिंचवाए। उन्होंने आज भी यह फोटो ढाबे में लगाया है।
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अब तक के श्रेष्ठ कप्तान रहे हैं धौनी
धौनी ने क्रिकेट को दो तरह से प्रमोट किया है। एक साधारण परिवार से कप्तान बनकर युवाओं को प्रेरणा दी है और कार्यकाल के दौरान क्रिकेट के तीनों फार्मेट के तेजी लाई है। इसका परिणाम है कि भारतीय टीम वनडे व टी-20 की चैंपियन बनी और लंबे समय के टेस्ट रैंकिग के शीर्ष बन पर रही।
-सुमित शर्मा, सचिव एचपीसीए