नवरात्र : मां के जयकारों से गूंजे शक्तिधाम
जागरण टीम ज्वालामुखी/कांगड़ा/योल नवरात्र के पहले दिन शनिवार को जिले के तीनों शक्तिधामों
जागरण टीम, ज्वालामुखी/कांगड़ा/योल : नवरात्र के पहले दिन शनिवार को जिले के तीनों शक्तिधामों श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम, श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर व श्री ज्वालामुखी मंदिर में 7340 श्रद्धालुओं ने शीश नवाया। सबसे ज्यादा श्री ज्वालामुखी मंदिर में 4500 भक्तों ने मां की ज्योतियों के दर्शन किए और इनमें 4000 अन्य राज्यों के रहे। श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर में 2050 लोगों ने सुख-समृद्धि की कामना की और इनमें से 1900 अन्य राज्यों के थे। श्री चामुंडा देवी मंदिर में 790 ने शीश नवाया। तीनों मंदिरों में ज्यादातर श्रद्धालु दिल्ली, पंजाब व हरियाणा से आए थे।
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सुबह पांच बजे खोल दिया था श्री चामुंडा देवी मंदिर
श्री चामुंडा देवी मंदिर में नवरात्र का शुभारंभ सहायक मंदिर आयुक्त एवं एसडीएम धर्मशाला डा. हरीश गज्जू ने पूजा व कलश स्थापना के साथ किया। मंदिर के कपाट सुबह 5 बजे खोल दिए थे। श्रद्धालुओं को पंजीकरण व थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही मां के दर्शन के लिए भेजा गया। गर्भ गृह में किसी को भी जाने की अनुमति नहीं दी गई। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। मंदिर परिसर को तीन सेक्टर में बांटा गया है। डाढ, मंदिर परिसर व बड़ोई सेक्टर बनाए गए हैं और 24 सीसीटीवी कैमरों से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। एसओपी के तहत ही श्रद्धालुओं मंदिर भेजा रहा है।
-अपूर्व शर्मा, मंदिर अधिकारी
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श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर में डीएसपी ने लिया सुरक्षा व्यवस्था का जायजा
श्री बज्रेश्वरी देवी मंदिर में एसडीएम अभिषेक वर्मा ने नवरात्र का शुभारंभ किया। डीएसपी कांगड़ा सुनील राणा ने दो बार मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। श्रद्धालुओं को मंदिर के मुख्य द्वार पर सैनिटाइज कर और थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही भीतर भेजा रहा है। एसओपी के तहत 10 वर्ष से कम आयु के बच्चों व 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को मंदिर के भीतर नहीं जाने दिया गया। उत्तर प्रदेश के बृदावन के गौतम पाड़ा मोहल्ले से आए नंद किशोर ने बताया कि वह मां के दर्शन के लिए स्वजनों के साथ पहुंचे, लेकिन उनकी दो बेटियों 10 वर्ष से कम आयु होने के कारण उन्हें मंदिर के अंदर नहीं जाने दिया। बच्चों को मंदिर के अंदर नहीं भेजने पर नंद किशोर के साथ आए अन्य श्रद्धालु भड़क गए और काफी विवाद हुआ। पुजारियों के समझाने पर विवाद तो शांत हो गया, लेकिन नवरात्र के पहले दिन कई श्रद्धालु बिना दर्शन किए ही लौट गए। एसओपी के तहत ही श्रद्धालुओं को मंदिर परिसर में भेजा रहा है। छोटे बच्चों को मंदिर के अंदर भेजने पर मनाही है। श्रद्धालुओं को सुरक्षा कर्मचारी समझा रहे हैं। संकट के इस समय श्रद्धालुओं को मंदिर प्रशासन का सहयोग करना चाहिए।
-विजय कुमार सांगा, मंदिर अधिकारी।
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श्री ज्वालामुखी मंदिर में धवाला ने किया कन्या पूजन
श्री ज्वालामुखी मंदिर में झंडा चढ़ाने की रस्म के साथ राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश धवाला ने नवरात्र का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने कन्या पूजन भी किया। मौके पर एसडीएम ज्वालामुखी धनवीर ठाकुर, डीएसपी तिलक राज व मंदिर अधिकारी जगदीश शर्मा भी मौजूद रहे। मंदिर के कपाट सुबह 6 बजे खुले। डीएसपी ने ज्वालामुखी मंदिर के मुख्य मार्ग पर दुकानदारों को सामान दुकानों के अंदर लगाने के निर्देश दिए। वन मंत्री राकेश पठानिया ने भी मां की ज्योतियों के दर्शन किए। मंदिर न्यास ने उन्हें प्रसाद व सिरोपा भेंटकर सम्मानित किया। सुरक्षा के लिए पुख्ता प्रबंध किए हैं। पंजीकरण के साथ थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही श्रद्धालुओं को मां के ज्योतियों के दर्शन करवाए जा रहे हैं।
-जगदीश शर्मा, मंदिर अधिकारी।