कीचड़ से भरी जंबल-बस्सी की डगर
सीबा तहसील के अंतर्गत ग्राम जंबल बस्सी मार्ग पर गड्ढों की भरमार इस कारण वाहन चालकों को सबसे अधिक दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। ग्राम जंबल बस्ती में सड़क की हालत काफी दयनीय है इस कारण अक्सर हादसों का अंदेशा बना रहता है । खासकर दोपहिया वाहन चालकों के लिए तो सड़क पर पड़े गड्ढे किसी मुसीबत से कम नहीं है । जब भी दोपहिया वाहन का पहिया किसी गड्ढे से निकलता है तो शरीर को तेज झटका लगता है इस मार्ग से हर रोज सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। सड़
कमलजीत, डाडासीबा
डाडासीबा तहसील की चार पंचायतों की डगर कीचड़ भरी है। जंबल-बस्सी सड़क पर जगह-जगह पडे़ गड्ढों जंबल, भलवाल, बस्सी व बड्डल पंचायतों के करीब चार हजार लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वाहन चालक भी परेशान हैं। पांच किलोमीटर लंबी इस सड़क पर हर समय हादसे का डर रहता है। कई दोपहिया वाहन चालक हादसों का शिकार हो चुके हैं। सड़क की हालत सुधारने के लिए लोगों ने कई बार लोक निर्माण विभाग से गुहार लगाई, परंतु उनकी एक नहीं सुनी गई।
लोग लंबे समय से सड़क की खस्ता हालत से परेशान हैं। स्थानीय निसासी रोशन लाल, केहर सिंह, कश्मीर सिंह, बसंत सिंह, शेर सिंह ने लोक निर्माण विभाग से उक्त सड़क को दुरुस्त करने की मांग की है। गड्ढों में पानी भरा रहता है जो वाहनों से उछलकर राहगीरों पर गिरता है। उनकी मांगा है कि गड्ढों को मिट्टी की बजाय रेत-बजरी-पत्थर डालकर भरा जाए, ताकि कुछ हद तक सड़क की हालत ठीक हो सके और आवागमन में सुविधा हो।
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जल्द सड़क को ठीक करवाया जाएगा। सर्दिया है जिस कारण कोलतार डालना संभव नहीं है, लेकिन गड्ढों को भर दिया जाएगा, लोगों को आवागमन में सुविधा हो।
-अनिल शर्मा, सहायक अभियंता लोक निर्माण विभाग डाडासीबा।
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किसने, क्या कहा
इस सड़क की मरम्मत के लिए लोक निर्माण विभाग को दो माह पहले कहा गया था। विभाग ने शीघ्र ही पैचवर्क करवाने का आश्वासन दिया था। पैचवर्क तो दूर विभागीय अधिकारी व कर्मचारी यह देखने भी नहीं आए कि कहां, कितने गड्ढे हैं।
-मुल्तान सिंह, उपप्रधान बस्सी पंचायत।
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कई माह से सड़क अपनी दयनीय स्थिति को लेकर चर्चा में है, लेकिन कोई भी इसकी ओर ध्यान नहीं दे रहा। सिर्फ आश्वासन ही मिलता है। दोपहिया वाहन चालकों व राहगीरों को सबसे ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ रही है।
-देशराज, दुकानदार बस्सी।
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सबसे ज्यादा परेशानी बारिश के मौसम में होती है। सड़क पर पड़े गड्ढों में पानी भर जाता है। यह वाहनों से उछलकर राहगीरों पर गिरता है। अगर कोई बीमार हो जाए तो उसे अस्पताल तक पहुंचाने में भी बड़ी मुश्किल होती है।
-पंडित रामकृष्ण, बस्सी।
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बारिश के मौसम में सड़क की हालत बहुत खराब हो जाती है। इससे स्कूल-कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों को बहुत परेशानी होती है। बार-बार कहने के बावजूद सड़क की हालत नहीं सुधारी गई है। विभाग से सिर्फ आश्वासन ही मिलते हैं।
-डॉ. कश्मीर सिंह, बस्सी।
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इस सड़क की हालत दयनीय बनी हुई है। इस बारे में कई बार जनप्रतिनिधियों और सरकार को अवगत करवाया। आज तक सड़क की मरम्मत नहीं हो पाई है। खराब सड़क के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
-दिलबाग सिंह, बस्सी।
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सड़क की हालत खस्ता होने से कई दोपहिया वाहन चालक हादसे का शिकार हो चुके हैं। सड़क की हालत को सुधारने के लिए विभागों को कई बार अवगत करवाया गया, लेकिन अधिकारी इस ओर गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं।
-जितेंद्र कुमार, जंबल।
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सड़क की खस्ता हालत के कारण धूल उड़कर दुकानों में रखे सामान पर गिरती है। बारिश हो तो कीचड़ दुकानों के अंदर पहुंच जाता है। सड़क की हालत ऐसी हो गई है कि कोलतार तो गायब हो चुकी है। अब अब टारिग भी उखड़ गई है।
-सुरेंद्र कुमार, जंबल।