Move to Jagran APP

खनन के जख्मों ने बढ़ाई आस्था की पीड़ा

यहां खनन के जख्मों से सिर्फ ब्यास नदी को सीने ही छिल्लनी नहीं हो रहा है बल्कि खनन आस्था की पीढ़ा भी बढ़ा रहा है। जहां वर्षों पहले तक विशेष त्यौहारों के असवर पर धार्मिक आस्था से जुड़े लोग इस पानी में स्नान कर पुण्य करते थे। उसी जगह जाने से कतराते हैं कारण सिर्फ इतना है कि खनन माफिया ने नदी बदसूरत करने के साथ साथ भयानक भी बना दिया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Apr 2019 07:37 PM (IST)Updated: Wed, 17 Apr 2019 06:58 AM (IST)
खनन के जख्मों ने बढ़ाई आस्था की पीड़ा
खनन के जख्मों ने बढ़ाई आस्था की पीड़ा

रमन कुमार, इंदौरा

loksabha election banner

इंदौरा क्षेत्र में खनन माफिया बेलगाम होता जा रहा है लेकिन इस पर कार्रवाई के प्रयास शून्य ही है। खनन माफिया के जख्मों से न केवल ब्यास नदी का सीना छलनी हुआ है बल्कि इसने आस्था पर भी चोट की है। विशेष अवसरों पर लोग आस्था के कारण ब्यास नदी में स्नान करते थे, लेकिन वर्तमान में इस जगह पर जाने से भी कतराते हैं। कारण यह है कि खनन माफिया ने नदी को बदसूरत करने के साथ-साथ भयानक बना दिया है।

बैसाखी पर इंदौरा में ब्यास नदी के तट पर शाही स्नान होता था। लोग घरों से आटा लेकर मछलियों को डालते थे और स्नान भी करते थे। इस दफा क्षेत्र में यह त्योहार फीका ही रहा। खनन माफिया ने ब्यास में इतने गहरे गड्ढे बना दिए हैं कि लोग यहां जाने से भी कतराते हैं। साथ ही यहां पानी की गहराई 30 फीट तक पहुंच गई है। क्षेत्रवासियों ने सरकार से मांग की है कि खनन माफिया पर कार्रवाई की जाए। यह है मान्यता

बैसाखी पर लोग यहां मछलियों को चारा डालते थे। साथ ही ख्वाजा पीर से विश्व कल्याण के लिए दुआ मांगी जाती थी। इसके अलावा स्नान कर खुद को पवित्र किया जाता था, ताकि गेहूं की कटाई तन और मन से की जाए।

......................

ब्यास में कुछ वर्ष पूर्व मैंने मित्र खोया है। अवैध खनन से नदी गहरी हो गई है। सरकार व प्रशासन को चाहिए कि खनन माफिया पर अंकुश लगाए।

अभिनय ठाकुर। नदी में नहाने जाना मतलब मौत को बुलावा देना है। गड्ढे इतने गहरे हैं कि अगर इसमें कोई आदमी चला जाए तो उसका बचना मुश्किल है। प्रशासन खनन माफिया पर कार्रवाई करे।

बाहु कटोच। बैसाखी पर पहले ब्यास में लोगों  की भीड़ होती थी पर अब इसमें कमी आई है। अवैध खनन जनता से खिलवाड़ कर रहा है। विभागों ने मौन धारण किया है।

मोहिद्र कटोच।

.....................

आस्था से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि क्रशरों की जांच की जाए। अगर कोई क्रशर संचालक अपनी लीज की भूमि से ज्यादा खोदाई करता है तो कार्रवाई की जाए। सरकार इस मामले में कार्रवाई करेगी।

रीता धीमान, विधायक इंदौरा।

.....................

बैसाखी पर ब्यास में जनता का रुझान कम होने का मुख्य कारण पिछले कुछ समय से हो रहे हादसे हैं। इसके लिए अवैध खनन भी जिम्मेदार है। मैं खुद अवैध खनन के खिलाफ हूं और इसे सहन नहीं किया जाएगा।

-मनोहर धीमान, पूर्व विधायक एवं उपाध्यक्ष सामान्य उद्योग। इंदौरा में अवैध खनन राजनीतिक संरक्षण में होता है। भाजपा नेताओं के खनन माफिया के साथ संबंध है, इसलिए ही कार्रवाई नहीं की जाती है।

-कमल किशोर, पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी इंदौरा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.