मिले रोजगार, नशा माफिया पर हो चोट
गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया था। अप्पर लंबागांव बस अडडे पर खड़ा होकर पालमपुर जाने के लिए बस का इंतजार भारी प्रतीत होने लगा था। करीबन दस मिनट खड़े हुआ और ऐसा लगने लगा कि अगर बस नहीं आई तो गर्मी में खड़ा होना मुश्किल हो जाएगा।
गर्मी ने असर दिखाना शुरू कर दिया था। अपर लंबागांव बस अडडे पर खड़ा होकर पालमपुर जाने के लिए बस का इंतजार भारी प्रतीत होने लगा था। करीब दस मिनट खड़ा हुआ और ऐसा लगने लगा कि अगर बस नहीं आई तो गर्मी में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। 12.15 बजे के करीब पटियाल बस सर्विस वाया कोसरी भोरा पहाड़ा होकर पालमपुर जाने के लिए पहुंच गई। बस के खड़ा होते ही सवारियां गंतव्य तक पहुंचने के लिए बस की ओर बढ़ी। इस दौरान कुछ को सीट मिली तो कुछ को नहीं। गर्मी से राहत पाने के लिए बेहाल कुछ लोग आइसक्रीम का सहारा लेने लगे। बस में नजर दौड़ाई तो अधिकतर महिलाएं थीं। कुछ युवा और ग्रामीण भी बैठे थे। लोकसभा चुनाव के लिए बात चलाई तो ज्ञात हुआ कि ग्रामीणों में किसान व सेवानिवृत्त कर्मचारी थे। युवा राजीव ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से हर गांव तक सड़क होने से आज गांव-गांव तक गाड़ियां व बसें तो जा रही हैं मगर एक बार सड़क बनने के बाद दोबारा उनकी सुध लेना भी जरूरी है। उनके गांव तक पहुंचने के दो मार्ग हैं लेकिन दोनों की हालत दयनीय है। सरकार को समय-समय पर सड़क की मरम्मत करवानी चाहिए । इतने में पास बैठी राजकुमारी ने कहा कि वह चन्द्रोंन गांव से हैं। गांव तक बहुत ही तंग सड़क है और वे बच्चों को बस से स्कूल भेजते हैं। गांव तक जाने वाली सड़क चौड़ी होनी चाहिए। बीच में बैठे बुजुर्ग व्यक्ति ने बात टोकते हुए कहा कि बेसहारा पशुओं की वजह से खेती करना मुश्किल हो गया है। सरकार को इस गंभीर समस्या का उपाय करना चाहिए। साहिल नामक युवक ने बताया कि उनके गांव में किसानों ने सोलर बाड़ लगाई है। फसल भी इस मर्तबा बहुत अच्छी हो रही है। इतने में साहिल ने बुजुर्ग व्यक्ति को सरकार की ओर से किसान हित में चलाई स्कीम के बारे में समझाना आरंभ कर दिया। इसके बाद सुमना देवी ने सरकार की ओर से चलाई गई स्वास्थ्य सुविधाओं की सराहना की और हेल्थ कार्ड की स्कीम को गरीब हित में बताया। नौजवान अश्वनी का कहना था कि युवा ही देश की शक्ति हैं, लेकिन पढ़े-लिखे युवा भी बेरोजगारी से आहत हैं। सरकार को नशा माफिया पर लगाम लगानी चाहिए। सरकार की चलाई गई नीतियों को पंचायत स्तर पर घर-घर पहुंचाना चाहिए। इस दौरान सवा एक बजे बस कब पालमपुर बस स्टैंड पहुंच गई, इसका पता ही नहीं चलाद्ध