कोविड ड्यूटी दे रहे फील्ड के डाक्टर, गांवों में हालत खराब
मुनीष दीक्षित बैजनाथ उपमंडल बैजनाथ में बनाया गया जिला कोविड केयर सेंटर बेशक कोरोना संक
मुनीष दीक्षित, बैजनाथ
उपमंडल बैजनाथ में बनाया गया जिला कोविड केयर सेंटर बेशक कोरोना संक्रमितों के लिए वरदान से कम नहीं है, लेकिन इस कारण ग्रामीण इलाकों में मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। मई के बाद से अब तक यहां के अधिकांश स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सक उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं। इसका कारण यहां के चिकित्सकों की जिला कोविड केयर सेंटर में तैनाती है।
सात मई से कोविड केयर सेंटर बैजनाथ में चार चिकित्सकों की तैनाती की जा रही है। इसमें एक चिकित्सक आयुर्वेद विभाग का है। इन चिकित्सकों को एक सप्ताह की ड्यूटी के बाद क्वारंटाइन भी किया जाता है। साथ ही चार नर्से, फार्मासिस्ट व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी भी स्वास्थ्य केंद्रों से ही यहां तैनात किए जा रहे हैं। ऐसे में ग्रामीण इलाकों में अधिकांश स्वास्थ्य केंद्र बिना चिकित्सकों के ही चल रहे हैं।
..........................
12 पीएचसी में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित
स्वास्थ्य ब्लॉक महाकाल के तहत 12 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) हैं। छोटा भंगाल के लुहारड़ी, चौबीन के दलीपनगर तथा सरिमोलग में कोई भी डाक्टर नहीं है। पीएचसी पपरोला, मैगजीन, महाकाल, सकड़ी, मझेड़ा, तिनबड़, बंडियां खोपा व दियोल में कार्यरत अधिकांश चिकित्सक कोविड केयर सेंटर में ड्यूटी दे रहे हैं। ऐसे में यहां के एक बड़े इलाके के लोगों को फार्मासिस्ट के सहारे ही उपचार करवाना पड़ रहा है।
.........................
सिविल अस्पताल बैजनाथ ही सहारा
उपमंडल बैजनाथ के हजारों लोगों समेत जिला मंडी के लडभड़ोल व जोगेंद्रनगर के कुछ हिस्सों के लोगों के लिए सिविल अस्पताल बैजनाथ ही एकमात्र सहारा है। पहले इस अस्पताल से भी चिकित्सकों की ड्यूटी कोविड केयर सेंटर में लग रही थी पर अब सभी डॉक्टर अस्पताल में ही सेवाएं दे रहे हैं। हालांकि हर रोज इनमें से से एक चिकित्सक की तैनाती अस्पताल में कोविड सैंपल के लिए भी लगती है। बैजनाथ अस्पताल में इस समय नेत्र, ईएनटी, मेडिसिन, सर्जरी व बच्चों के विशेषज्ञ हैं। इसके अलावा एमबीबीएस चिकित्सकों सहित कुल 12 डॉक्टर तैनात हैं। ऐसे में अब यहां लोगों को अधिक परेशान नहीं होना पड़ रहा है। यदि कोई डिलीवरी केस यहां आ जाए तो उसमें काफी अधिकांश को रेफर किया जा रहा है।
.........................
कोविड केयर सेंटर में अब तक ठीक हुए 261 लोग
बैजनाथ के पंचायती राज प्रशिक्षण संस्थान में बनाए गए कोविड केयर सेंटर में मई से अब तक 266 कोरोना संक्रमित लाए गए हैं और इनमें से 261 ठीक होकर घर लौटे हैं। एक मरीज ने खुद को दूसरी जगह रेफर करवा लिया, जबकि मौजूदा समय में यहां केवल चार ही लोग बचे हैं।
......................
आयुर्वेदिक अस्पताल में सेवाएं सुचारू
आयुर्वेदिक अस्पताल पपरोला में स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रूप से चल रही हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सालय के सभी चिकित्सक सेवाएं दे रहे हैं। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डा. कुलदीप बरवाल ने बताया कि यहां ओपीडी 150 से 200 के बीच हो रही है। अस्पताल में सामान्य प्रसव करवाया जा रहा है।
.........................
सिविल अस्पताल चढि़यार दो चिकित्सकों के सहारे
सुरेंद्र राणा, चढि़यार
बैजनाथ हलके के चढि़यार क्षेत्र के कई गांवों के लिए केवल सिविल अस्पताल चढि़यार ही एकमात्र साधन है लेकिन अभी तक यहां कोई भी विशेषज्ञ तैनात नहीं हुआ है। यहां तीन चिकित्सक हैं। इनमें से एक की ड्यूटी कोविड सेवाओं के लिए बैजनाथ में लग रही है। यहां वर्तमान में दो चिकित्सक ही दिन-रात ड्यूटी दे रहे हैं। इस अस्पताल पर बैजनाथ व जयसिंहपुर हलके के हजारों लोग आश्रित हैं। ऐसे में स्वास्थ्य सेवाओं के लिए लोगों को पालमपुर व बैजनाथ का रुख करना पड़ रहा है। यह काफी पुराना स्वास्थ्य केंद्र है। कुछ समय पहले ही सरकार ने सिविल अस्पताल का दर्जा दिया है।
.........................
बीड़ में एक चिकित्सक दिन-रात दे रहा सेवाएं
सुरेश ठाकुर, बीड़
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीड़ में भी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए एक बड़े क्षेत्र के लोग आश्रित हैं। कोविड सेवाओं के कारण यहां भी स्वास्थ्य व्यवस्था आजकल एक ही चिकित्सक के सहारे चल रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीड़ के एसएमओ डा. राजकुमार दिन-रात यहां स्वास्थ्य सेवाएं संभाल रहे हैं। इमरजेंसी पर खुद ही महिलाओं का प्रसव करवाते हैं। यहां रोजाना 40 से अधिक ओपीडी है। यहां के एक मेडिकल चिकित्सक डा. आशुतोष कोविड सेवाओं में तैनात हैं तो डेंटल के मेडिकल अधिकारी भी कई माह से लगातार कोविड में सैंपल कलेक्शन में सेवाएं दे रहे हैं। ऐसे में बीड़ सीएचसी में एक ही चिकित्सक सेवाएं दे रहा है।
........................
जिला कोविड केयर सेंटर में अधिकांश पीएचसी व सीएचसी के चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई जा रही है। इससे कुछ इलाकों में सेवाएं प्रभावित हो रही हैं लेकिन बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने का प्रयास हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग से तीन व आयुर्वेद विभाग से एक चिकित्सक ड्यूटी दे रहा है।
- डा. डीएस दियोल, बीएमओ महाकाल।
.....................
क्या कहते हैं लोग
दिलीपनगर में काफी समय से चिकित्सक नहीं है। यहां काफी ग्रामीण उपचार के लिए आते हैं। ऐसे में इस ओर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए। लोग मौजूदा समय में अधिक बस सेवा न होने से बैजनाथ नहीं जा पा रहे हैं।
- चंद्रभान रांझा, बीडीसी सदस्य चौबीन। -सकड़ी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भी कोविड के कारण चिकित्सक सुचारू रूप से सेवाएं नहीं दे पा रहे हैं। ऐसे में इस तरफ भी स्वास्थ्य विभाग को ध्यान देना चाहिए।
नरेश कटोच, उपप्रधान सकड़ी। -ग्रामीण इलाकों में काफी लोग स्थानीय स्वास्थ्य केंद्रों पर ही आश्रित होते हैं। ऐसे में यहां भी सेवाएं प्रभावित नहीं होनी चाहिए।
सुनील चौहान, पूर्व प्रधान महालपट्ट। -आजकल बस सेवाएं काफी कम हैं। यहां जिला कोविड केयर सेंटर में अन्य स्थानों से भी चिकित्सकों की सेवाएं ली जानी चाहिए थी। एक ही ब्लाक से सेवाएं होने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।
राजीव राणा।