डॉ. फुलझेले को मिलेगा राष्ट्रपति पुलिस पदक
आईपीएस डॉ. अतुल फुलझेले को सराहनीय सेवाओं के लिए गणतंत्र दिवस पर पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा।
धर्मशाला [मुनीष दीक्षित]: देश के दुश्मनो से लड़ने के जज्बे से एक चिकित्सक से पुलिस अधिकारी बने डॉ. अतुल फुलझेले को सराहनीय सेवाओं के लिए गणतंत्र दिवस पर पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा। हिमाचल काडर के आइपीएस अधिकारी डॉ. अतुल फुलझेले एक दशक तक हिमाचल में सेवाएं दे चुके है और वर्तमान में महानगर मुंबई में डीआइजी के रूप में सीबीआइ कार्यालय की बागडोर संभाल रहे हैं।
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कांगड़ा व ऊना में पुलिस अधीक्षक के पद पर रहते हुए अतुल फुलझेले ने कई बड़े अपराधियों को सबक सिखाने में मिसाल कायम की थी। धर्मशाला में आयोजित पहले आइपीएल में सुरक्षा व्यवस्था के लिए तैयार किया गया डॉ. अतुल फुलझेले का ही रोड मैप आज भी अहम भूमिका निभाता है। उन्हें पुलिस की सेवाओं के लिए ही नहीं बल्कि सूचना का अधिकार के तहत भी राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है। 2009 में उन्हें देश का बेस्ट पीआइओ अवार्ड मिल चुका है। उन्होंने जिला कांगड़ा का पुलिस प्रमुख रहते हुए एक माह में 193 सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारियों का निपटारा किया था।
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कांगड़ा में एसपी रहते हुए अतुल फुलझेले ने शिक्षण संस्थानों के आसपास नशा बेचने वाले सौदागारो को भी बेनकाब किया था। उस समय बेहतरीन सेवाओं के लिए उन्हे 2009 में ही डीजीपी डिस्क व 2010 मे शिमला में भी विशेष सेवाओं के लिए सम्मानित किया जा चुका है। 2011 में उनकी बेहतरीन सेवाओं के लिए उन्हें केंद्र ने सीबीआइ के लिए चुना था। दैनिक जागरण से बातचीत में डॉ. अतुल फुलझेले ने बताया कि हिमाचल के लोगों के सहयोग व प्यार के कारण ही यह संभव हो पाया है। जो कार्य उन्हें सौंपा गया है उसे पूरी ईमानदारी से निभाना ही उनका एक मात्र उद्देश्य है।