10 हजार श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
छोटे मणिमहेश यानि डल झील मैक्लोडगंज में राधाष्टमी पर 10 हजार श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई।
संवाद सहयोगी, धर्मशाला : छोटे मणिमहेश यानि डल झील मैक्लोडगंज में राधाष्टमी पर 10 हजार श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। पुजारी सुभाष चंद ने सुबह चार बजे डल शुद्धिकरण के साथ स्नान का शुभारंभ किया। सुबह 10 बजे तक करीब चार हजार श्रद्धालु झील में स्नान कर चुके थे। इसके बाद श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ गई। सायं छह बजे तक करीब 10 हजार श्रद्धालु पवित्र स्नान कर चुके थे।
इस बार राधाष्टमी स्नान पर प्रशासन ने श्री चामुंडा नंदिकेश्वर धाम के सौजन्य से लंगर की व्यवस्था की थी। टैक्सी यूनियन ने भी लंगर लगाया था। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने दुर्वेश्वर महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद प्रसाद ग्रहण किया। पर्यटकों ने भी डल झील में आस्था की डुबकी लगाई।
दुर्वेश्वर मंदिर में चढ़ा 81 हजार चढ़ावा
डल झील स्थित दुर्वेश्वर महादेव मंदिर में 81 हजार रुपये नकद चढ़ावा श्रद्धालुओं ने चढ़ाया। यह जानकारी मंदिर के ट्रस्टी अशोक कुमार एंडी ने दी है।
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डल झील में शाम तक करीब 10 हजार श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया। उनकी सुविधा के लिए सभी प्रबंध किए थे। इस बार गोताखोर भी बुलाए गए थे।
-संजीव कुमार, तहसीलदार धर्मशाला
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डल झील में महिलाओं के स्नान के लिए अलग प्रावधान किया गया था ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो।
-धर्मेश रामोत्र, सहायक आयुक्त एवं एसडीएम धर्मशाला
खबरू शिवधाम झरने में भी किया पवित्र स्नान
संवाद सूत्र, शाहपुर : खबरू शिवधाम स्थित झरने में छह हजार श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। उन्होंने रातभर झरने के पास भजन-कीर्तन किया। सोमवार सुबह पाच बजे उन्होंने पवित्र स्नान करना शुरू किया। दिनभर श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा रहा। बोह, रेहलू, कैरी व शाहपुर के लोगों ने जगह-जगह श्रद्धालुओं के लिए लंगर लगाए थे। मंदिर में शिव आरती व शांति हवन का भी आयोजन किया गया। यह जानकारी मंदिर कमेटी के सदस्य केवल शर्मा व तरसेम जरियाल ने दी।
राख शिव मंदिर में नतमस्तक हुए हजारों भक्त
जागरण संवाददाता, पालमपुर : उपमंडल के राख गांव में स्थित शिव मंदिर में शाही स्नान का आयोजन किया गया। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान शिव का आशीर्वाद लेकर आस्था की डुबकी लगाई। माना जाता है यहां पर मणिमहेश झील का पानी आता है। इस कारण यहां हर वर्ष शाही स्नान किया जाता है। मंदिर कमेटी के सदस्य रमेश धीमान व साहिल नाग ने बताया श्रद्धालुओं के आने-जाने की व्यवस्था कमेटी की ओर से नगरी क्षेत्र से की गई थी। मंदिर में भंडारे का आयोजन भी किया गया था। मंदिर में भगवान शिव की त्रिमुखी मूर्ति है। जो भी यहां मनोकामना मांगता है वह पूरी होती है।