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पांगी में आपसी भाईचारे का प्रतीक जुकारू उत्सव शुरू

पांगी घाटी का प्रसिद्ध जुकारू उत्सव वीरवार से शुरू हो गया है जो एक महीना चलेगा।

By JagranEdited By: Published: Fri, 12 Feb 2021 06:18 AM (IST)Updated: Fri, 12 Feb 2021 06:18 AM (IST)
पांगी में आपसी भाईचारे का प्रतीक जुकारू उत्सव शुरू
पांगी में आपसी भाईचारे का प्रतीक जुकारू उत्सव शुरू

संवाद सहयोगी, पांगी : पांगी घाटी का प्रसिद्ध जुकारू उत्सव वीरवार से शुरू हो गया है जो एक महीना चलेगा। यह उत्सव मौनी अमावस्या से शुरू होता है। इस दिन लोग तड़के चार बजे उठकर स्नान करके के उपरांत पूजा-पाठ कर पितरों को श्राद्ध देते हैं। मान्यता है कि मौनी अमावस्या को पितरों को श्राद्ध देने से पितर खुश रहते हैं, जिससे वे घर-परिवार पर आने वाले अनेक संकट से रक्षा करते हैं। पांगी के लोगों को जुकारू उत्सव का बेसब्री से इंतजार रहता है। करीब एक सप्ताह पहले से ही लोग उत्सव की तैयारियों में जुट जाते हैं। घरों की साफ-सफाई के साथ इस त्योहार के लिए अनेक पकवान भी बनाए जाते हैं। अहम बात यह भी है कि लोग सालभर के आपसी गिले-शिकवे भुलाकर त्योहार को एकसाथ मनाते हैं। एक-दूसरे के पांव छूने के बाद गले मिलते हैं। यह भी कहा जाता है कि जुकारू उत्सव के बाद गर्मी का मौसम शुरू हो जाता है। जुकारू उत्सव देश-प्रदेश में किसी न किसी नाम से मनाया जाता है। जिला लाहुल स्पीति, कुल्लू, किन्नौर, चंबा, धर्मशाला और नेपाली-तिब्बत मूल के लोग भी इसको मनाते हैं। तिब्बती इसको लोसर तथा कुल्लू में फागली के नाम से मनाया जाता है। केंद्र शासित राज्य जम्मू-कश्मीर के पाडर विकास खंड के पांगी के साथ लगते क्षेत्र गुलाबगढ़ में शिव-पार्वती के विवाह की रस्म निभाई जाती है।

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उत्सव से जुड़ी किवदंती

किवदंती और विष्णु पुराण के अनुसार भगवान विष्णु के भक्त प्रह्लाद का वंशज राजा राजा बलि हुआ। जो महाप्रतापी, बलशाली, ज्ञानी और महादानी राजा था। राजा बलि से भगवान विष्णु ने वामन अवतार में तीन पग जमीन दान में मांगी। यह जानते हुए भी कि यह वामन स्वयं भगवान विष्णु हैं तथा तीन पग में तीनों लोक माप लेंगे, फिर भी संकल्प करके भूमि दान में दे दी। इस पर वामनरूपी विष्णु भगवान ने राजा बलि को वरदान दिया कि मौनी अमावस्या को धरती पर तेरी पूजा की जाएगी और जो तेरी पूजा-अर्चना करेगा, उसकी हर कामना पूरी होगी। कुछ लोगों में यह भी धारणा है कि मकर संक्रांति के बाद देवता स्वर्ग चले जाते हैं तो धरती पर राक्षसों का साम्राज्य स्थापित हो जाता है। राजा बलि राक्षसों का राजा होने के कारण उसकी पूजा करने से सुख शांति बनी रहती है।

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विधायक व प्रशासन ने दी शुभकामनाएं

जुकारू उत्सव के शुभारंभ पर भरमौर-पांगी से विधायक जिया लाल कपूर, आवासीय आयुक्त पांगी सुखदेव सिंह राणा, तहसीलदार प्रवीण कुमार शर्मा, भाजपा मंडल अध्यक्ष हाकम सिंह राणा, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष ज्ञान सिंह चौहान, जनजातीय सलाहकार समिति के सदस्य कल्याण सिंह ठाकुर, उपप्रधान किलाड़ सतीश शर्मा, पूर्व पंचायत समिति अध्यक्ष सुभाष चौहान ने लोगों को शुभकामनाएं दी हैं।


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