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चंबा मेडिकल कालेज में व्यवस्था बीमार

हे भगवान! यह कैसी व्यवस्था एक बिस्तर पर तीन से चार बच्चों का उपचार।

By JagranEdited By: Published: Tue, 17 May 2022 07:39 AM (IST)Updated: Tue, 17 May 2022 07:39 AM (IST)
चंबा मेडिकल कालेज में व्यवस्था बीमार
चंबा मेडिकल कालेज में व्यवस्था बीमार

जागरण संवाददाता, चंबा : हे भगवान! यह कैसी व्यवस्था, एक बिस्तर पर तीन से चार बच्चों का उपचार किया जा रहा है। यहां पर ठीक होना तो दूर बच्चे संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं।

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एक तरफ स्वास्थ्य विभाग लोगों को कोविड से बचने के लिए शारीरिक दूरी का पालन करने के साथ मास्क पहनने के लिए जागरूक कर रहा है, वहीं दूसरी ओर विभाग ही इन नियमों की धज्जियां उड़ा रहा है। इस कारण अब लोगों ने भी मेडिकल कालेज प्रबंधन की कार्यप्रणाली को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है।

जिला में गर्मी का असर नौनिहालों की सेहत पर भी दिखने लगा है। तेज धूप, गर्मी के कारण बच्चे उल्टी, दस्त व बुखार की चपेट में आ रहे हैं। मेडिकल कालेज चंबा के शिशु वार्ड के सभी बिस्तर भरे हुए हैं। एक बिस्तर पर तीन से चार बीमार बच्चों का उपचार किया जा रहा है। बीमार बच्चों की संख्या कम होने की बजाय लगातार बढ़ रही है। बच्चे को सबसे पहले उल्टी व दस्त के साथ बुखार हो रहा है। हाल यह है कि शिशु वार्ड में 21 बिस्तर हैं व 70 नौनिहालों का उपचार किया जा रहा है। क्या कहते हैं विशेषज्ञ

मेडिकल कालेज चंबा के शिशु एवं बालरोग विशेषज्ञ डा. विशाल महाजन ने बताया कि इन दिनों उल्टी, दस्त व बुखार से बच्चे बीमार हो रहे हैं। इसमें सावधानी अति आवश्यक है। बचाव के लिए बच्चों को धूप में न खेलने दें, साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें। स्वच्छ पानी पीएं। हाथ धुलाकर ही बच्चों को खाना खिलाएं। घर से जब भी बच्चे को बाहर निकालें तो उसे पानी पिलाकर ही ले जाएं। बासी भोजन का सेवन कभी न करें। घर में बना ताजा पका भोजन दें। बाहर की खाद्य सामग्री बिल्कुल न खिलाएं। हल्का व सुपाच्य भोजन बच्चों को दें। उल्टी, दस्त होने पर जीवन रक्षक घोल दें और तत्काल चिकित्सक को दिखाएं। मेरा बच्चा तीन दिन से उपचाराधीन है, मगर एक बिस्तर पर तीन से चार बच्चे होने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रबंधन को बच्चों के लिए उचित बिस्तरों की व्यवस्था करनी चाहिए।

-माया देवी, निवासी घरमाणी सरकार ने चंबा अस्पताल का नाम बदलकर मेडिकल कालेज तो कर दिया पर यहां पर सुविधा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बराबर भी नहीं है। बैड की उचित व्यवस्था न होने से काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।

-कविता, निवासी राजनगर बीमार बच्चे सहित एक बैड पर तीन-तीन महिलाओं को बैठने से काफी परेशानी हो रही है। 21 बैड पर करीब 70 बच्चों का उपचार किया जा रहा है। कालेज प्रबंधन को बच्चों के लिए अतिरिक्त बैड की व्यवस्था करनी चाहिए।

-रीना, निवासी माणी एक बैड पर तीन से चार बच्चों को भर्ती किया जा रहा है, जिस कारण बच्चों का ठीक होना तो दूर की बात संक्रमण फैलने का खतरा अधिक बढ़ गया है। कालेज प्रबंधन को उचित बैड की व्यवस्था करनी चाहिए।

-राधा, निवासी उटीप बच्चों के लिए वार्ड में उपचार की बेहतर व्यवस्था है। चिकित्सकों को बच्चों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए गए हैं। मौसम के चलते बच्चे बीमार हो रहे हैं। ऐसे मौसम में बच्चों को लेकर सावधानी रखना आवश्यक है। शिशु वार्ड में जल्द ही अतिरिक्त बैड की व्यवस्था की जाएगी, ताकि कोई परेशानी न हो।

-डा. देविद्र कुमार, चिकित्सा अधीक्षक मेडिकल कालेज चंबा


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