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सूखे पड़े जन जीवन मिशन के तहत लगाए नल

चंबा जिला के जनजातीय विकास उपमंडल पांगी के लोगों के लिए जल जीवन मिशन परेशानी का सबब बन गया है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 23 Mar 2021 04:10 AM (IST)Updated: Tue, 23 Mar 2021 04:10 AM (IST)
सूखे पड़े जन जीवन मिशन के तहत लगाए नल
सूखे पड़े जन जीवन मिशन के तहत लगाए नल

संवाद सहयोगी, पांगी : चंबा जिला के जनजातीय विकास उपमंडल पांगी के लोगों के लिए जल जीवन मिशन परेशानी का सबब बन गया है। समय अनुसार पानी न मिलने के कारण लोगों को पेयजल आपूर्ति के लिए प्राकृतिक जलस्रोतों का रुख करना पड़ रहा है। जल जीवन मिशन के तहत घर-घर कनेक्शन तो सरकार और जलशक्ति विभाग ने दे दिए हैं लेकिन लोगों को आवश्यकता अनुसार और समय पर पानी नहीं मिल रहा है।

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स्थानीय लोगों सोनम दोर्जे, नुरबू राम, नंद लाल, चिड़ी दास, सार चंद, किशन चंद, नेक चंद, फुला देई, रूपदेई, नूर देई, मान चंद, रूपचंद, पवन कुमार, गोकल चंद तथा भानी चंद ने कहा कि जलशक्ति विभाग पांगी उपमंडल ने नंबर एक बनने के लिए जैसे-तैसे कनेक्शन तो दे दिए हैं लेकिन न किसी अतिरिक्त सोर्स से पाइपलाइन लाई और न ही सही ढंग से पाइप को गहराई तक दबाया गया है। पुरानी लाइन से सप्लाई देने के कारण पुराने कनेक्शन वाले भी परेशान हो रहे हैं। पांगी में जलशक्ति विभाग के माध्यम से सरकार ने करोड़ों-अरबों रुपये लोगों को सुविधा देने के नाम पर खर्च किए हैं लेकिन लोगों को परेशानी के अलावा कुछ नहीं मिला है। कूहलों की समस्या सहित पेयजल समस्या पहले से ही थी लेकिन जल जीवन मिशन के तहत खुले में नल बिछा दिए हैं।

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जनता हो रही परेशान

केंद्र सरकार ने जल जीवन मिशन को 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। पांगी में अपनों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार और विभाग ने एक साल में ही कनेक्शन लगवा दिए। नियमों को दरकिनार किया गया। नियमों के मुताबिक पाइपलाइन को घर के पास तक दवा कर लाना होता है। पांगी में खुली पाइपलाइन बिछाकर कनेक्शन बांट दिए, जिससे कई दिन तक पानी की सप्लाई ही नहीं आती है। सरकार से मांग है कि इसकी छानबीन की जाए।

-सतीश शर्मा, उपप्रधान किलाड़ पांगी।

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पांगी में जल जीवन मिशन के तहत कितने कनेक्शन दिए हैं, पाइपलाइन को दबाया क्यों नहीं गया है। इसके बारे में मैं पांगी दौरे के बाद ही कुछ बता पाऊंगा। इसका कारण यह भी रहा होगा कि गांव में पक्के रास्ते या नालियां बनाई गई होंगी, जिनको लोग उखाड़ने नहीं देते हैं। ऐसे में शायद पाइपलाइन खुली छोड़ी होगी।

-दिलेर सिंह, अधिशाषी अभियंता जलशक्ति विभाग भरमौर (पांगी)।


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