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250 दुकानदारों ने दबाए नगर परिषद के 30 लाख, वसूली के लिए होगी सख्ती

चंबा में दुकानदारों द़वारा काफी लंबे समय से किराया जमा न करवाने के कारण नगर परिषद आर्थिक परेशानी से जूझ रही है लेकिन अब इन दुकानदारों को बख्‍शा नहीं जाएगा।

By Babita kashyapEdited By: Published: Mon, 09 Dec 2019 11:00 AM (IST)Updated: Mon, 09 Dec 2019 11:00 AM (IST)
250 दुकानदारों ने दबाए नगर परिषद के 30 लाख, वसूली के लिए होगी सख्ती
250 दुकानदारों ने दबाए नगर परिषद के 30 लाख, वसूली के लिए होगी सख्ती

चंबा, रणवीर सिंह। नगर परिषद चंबा ने दुकानों का किराया जमा न करवाने वाले डिफाल्टरों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। लंबे समय से दुकानों का किराया जमा न होने के कारण नगर परिषद को आर्थिक परेशानी उठानी पड़ रही है। नगर परिषद के तहत करीब 250 दुकानदारों ने किराया जमा नहीं करवाया है। इन दुकानदारों के पास करीब तीस लाख रुपये की राशि फंसी हुई है। ऐसे में नगर परिषद अब इन दुकानदारों को अंतिम नोटिस जारी करेगी। लिहाजा नोटिस के बाद भी दुकानदारों ने किराया जमा नहीं करवाया तो नगर परिषद डिफाल्टर दुकानदारों के बिजली कनेक्शन काट देगी।

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नगर परिषद की मानें तो दुकानदारों को कई बार नोटिस दिए गए, लेकिन दुकानों  का किराया जमा नहीं करवाया जा रहा है। दुकानदार चंबा मुख्यालय स्थित चौगान के साथ सभी दुकानें, राजीव गांधी शॉपिंग कांप्लेक्स, मिलेनियम गेट के समीप व  कसाकड़ा में नगर परिषद की दुकानों को किराये पर लेकर रोजी-रोटी कमा रहे हैं। मगर कई दुकानदार किराये का भुगतान नहीं कर रहे हैं। नगर परिषद के पास आय के कोई सशक्त स्रोत नहीं हैं।

नगर परिषद को कर प्राप्ति न हो पाने के कारण विभागीय कार्यों को करने व कर्मचारियों को भी परेशान होना पड़ रहा है। दुकानों का किराया ही नगर परिषद का आय का बड़ा साधन है। नगर परिषद का वर्तमान में सबसे बड़ा आय का स्नोत दुकानों से आने वाला किराया ही है। हालांकि गृह टैक्स भी आय स्त्रोत में शामिल है, लेकिन राशि के आधार पर बात की जाए तो नगर परिषद को दुकानों के किराये के रूप में अधिक आमदन होती है।  

बिजली बोर्ड डिफाल्टरों के काटेगा कनेक्शन विद्युत बोर्ड

उपमंडल बकलोह के तहत लंबे समय से बिलों की अदायगी न करने वाले डिफाल्टर उपभोक्ताओं से बोर्ड ने सख्ती से निपटने का निर्णय लिया है। विद्युत बोर्ड ने बकलोह के अंतर्गत 235 डिफॉल्टर उपभोक्ताओं को लंबित बिल चुकाने का नोटिस जारी किया है। उक्त उपभोक्ताओं के पास बोर्ड की 7 लाख 72 हजार रुपये की बिलों की अदायगी लटकी हुई है।

उपभोक्ता इस धनराशि को अदा करने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। इसको लेकर बोर्ड ने 235 उपभोक्ताओं को डिफॉल्टर घोषित किया है। इसके साथ ही इन उपभोक्ताओं को नोटिस जारी करके 15 दिन के भीतर लंबित बिल अदा करने के निर्देश दिए हैं। अगर नोटिस मिलने के बाद भी उपभोक्ता लंबित बिल अदा नहीं करते हैं, तो बोर्ड उनके बिजली कनेक्शन को काट देगा।

बिजली का लंबित बिल भरने के लिए उपभोक्ताओं को नोटिस ऑनलाइन जारी किए हैं। अगर डिफॉल्टर उपभोक्ताओं ने 15 दिन के अंदर बिजली का पैंडिंग बिल अदा नहीं किया तो सॉफ्टवेयर ऑटोमेटिकली बिजली काटने के आदेश जारी कर देगा। परिणामस्वरूप उनका कनेक्शन अस्थायी रूप से सिस्टम में कट जाएगा। ऐसा होने पर संबंधित कनिष्ठ अभियंता मौके पर जाकर कनेक्शन को अस्थायी तौर पर काट देगा। इसके बाद डिफॉल्टर उपभोक्ताओं को पैंडिंग बिल के साथ 250 रुपए की अलग से दोबारा कनेक्शन करवाने की फीस मंडल कार्यालय बकलोह में देनी पड़ेगी।

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अन्यथा उनका कनेक्शन सिस्टम में स्थायी नहीं होगा। विद्युत बोर्ड के सहायक अभियंता सतीश ठाकुर ने कहा कि विद्युत बोर्ड के 235 उपभोक्ता डिफाल्टर घोषित किए गए हैं। इन्हें उपभोक्ताओं को नोटिस जारी किए गए हैं। 15 दिन के भीतर उपभोक्ताओं को लंबित बिल चुकाना होगा। अन्यथा उनका अस्थायी तौर पर बिजली कनेक्शन काट दिया जाएगा

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