अन्य राज्यों के लोगों के लिए प्रदेश को खोलना आत्मघाती निर्णय
हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है
संवाद सहयोगी, सिहुंता : हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 संक्रमितों की संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है। अब यह आंकड़ा एक हजार से ऊपर हो गया है। संकट के दौर में जयराम सरकार ने केंद्र के दबाब में आकर प्रदेश को अन्य राज्यों के लोगों के लिए खोल दिया है, जो आत्मघाती निर्णय है। यह बात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मुख्य प्रवक्ता कुलदीप सिंह पठानिया ने रविवार को जारी बयान में कही। उन्होंने कहा कि हिमाचल में कोरोना संकट को देख हालात अभी ऐसे नहीं हैं कि सीमाओं को बेरोकटोक अन्य राज्यों के लोगों के लिए खोल दिया जाए। केंद्र के दबाव में हिमाचल सरकार ने शनिवार से पर्यटकों समेत हर किसी के लिए प्रदेश की सीमाएं खोल दी हैं। अब कोई भी बिना ई-पास महज रजिस्ट्रेशन करवा यहां आ सकता है। होटल में पांच दिन की बुकिग और कोरोना की 72 घंटे पहले की निगेटिव रिपोर्ट वाले पर्यटक होटल में आ सकेंगे। ऐसे में कोरोना के मामले बढ़ने का खतरा भी है।
पठनिया ने कहा कि पहले प्रदेश सरकार ने केंद्र से इसका विरोध भी जताया था, परंतु हुआ कुछ नहीं। प्रदेश की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए इस मामले में केंद्र सरकार को दखलअंदाजी नहीं करनी चाहिए। हिमाचल की आधी से ज्यादा आबादी दूरदराज के क्षेत्रों में बसती है। वहां होम स्टे व गेस्ट हाउस आदि बने हुए हैं। ऐसे में उनमें ठहरने के लिए कोई कोरोना पॉजिटिव मेहमान आ जाते हैं तो वे पूरे गांव को ही संक्रमित कर देंगे। प्रदेश में कोरोना टेस्टिग व उपचार की सुविधाएं भी जिला मुख्यालयों तक ही सीमित हैं। लिहाजा कांग्रेस पार्टी राज्य व केंद्र सरकार से उक्त अधिसूचना को वापस लेने की
मांग करती है।