पौने दो साल बाद स्कूल पहुंचे नौनिहाल, दोस्तों संग झूमे
संवाद सहयोगी चंबा वैश्विक कोरोना महामारी के चलते करीब पौने दो वर्षो बाद पहली एवं दूसरी क
संवाद सहयोगी, चंबा : वैश्विक कोरोना महामारी के चलते करीब पौने दो वर्षो बाद पहली एवं दूसरी के नौनिहाल सोमवार को स्कूल पहुंचे। अभिभावकों ने भी बच्चों को स्कूल का सारा सामान पैक करके दिया और उन्हें स्कूल छोड़ने के लिए आए। हालांकि स्कूलों में मिड-डे-मील न बनने के कारण ज्यादातर छात्र किताबों के साथ दोपहर का खाना भी साथ लाए। करीब पौने दो साल बाद स्कूल निकले बच्चों में काफी उत्साह था। बच्चे परिवार के हर सदस्यों के अलावा रास्ते में मिलने वाले लोगों से एक ही बात कह रहे थे कि अब स्कूल चले हम। स्कूल पहुंचने पर हम सहपाठियों से मिले। लंबे समय बाद एक साथ क्लास में बैठक कर पढ़ाई का मौका मिला। सभी छात्रों के कक्षा में प्रवेश से पहले हाथ सैनिटाइज किए गए। साथ ही कक्षा में हमें दूर-दूर बिठाया गया।
रोहन ठाकुर, छात्र। लंबे समय बाद स्कूल में दोस्तों से मिलना हुआ। हमने एक दूसरे के साथ घर में बिताए समय को साझा करने के साथ पढ़ाई को लेकर भी चर्चा की। सभी छात्र मास्क पहनकर स्कूल पहुंचे। शिक्षकों ने भी सभी छात्रों को कोरोना नियमों का सख्ती से पालन करने की बात कही।
अनन्या ठाकुर, छात्रा। वैश्विक कोरोना महामारी के दौरान स्कूल बंद रहने पर पढ़ाई भी काफी प्रभावित हुई है। स्कूल में आकर जो हासिल होता है, आनलाइन माध्यम से उतना ज्ञान अर्जित नहीं हो पाता।
आयूश, छात्र। पौने दो साल बाद स्कूल पहुंच छात्र काफी खुश थे। कक्षा में शारीरिक दूरी के नियमों को ध्यान में रखते एक दूसरे से दूर छात्रों को बिठाया गया। कक्षा बार रिसेस का समय निर्धारित किया गया है। मिड-डे-मील न पकने से कई छात्र घर से टिफन पैक कर खाना भी साथ लाए थे।
अरब ठाकुर, छात्र। नहीं पका मिड-डे-मील
सोमवार से पहली व दूसरी कक्षा के छात्रों के लिए भी स्कूल खोल दिए हैं, लेकिन अभी तक स्कूलों में पकने वाले दोपहर के भोजन को शुरू नहीं किया गया है, लिहाजा छात्र घरों से ही दोपहर का भोजन टिफन में पैक करके लाए। सोमवार से पहली दूसरी के बच्चों के लिए भी स्कूलों में पढ़ाई शुरू हो गई है पहले की तरह स्कूलों में एसओपी का सख्ती से पालन किया गया है। थर्मल स्कैनिग व हैंड सैनिटाइजेशन के बाद ही छात्रों को स्कूल में प्रवेश दिया गया। सभी स्कूलों को आगामी दिनों में भी इसी तरह कोरोना नियमों के सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि संक्रमण का भय पैदा न हो सके।
हितेंद्र कुमार, उपशिक्षा अधिकारी प्रारंभिक शिक्षा चंबा।