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सौर ऊर्जा से नहीं बिजली से चार्ज हो रही बैटरी

1162 परिवारों को पिछले वर्ष बांटे गए थे सोलर पैनल -250 वाट के सोलर पैनल प्लांट हिमऊर्जा के मा

By JagranEdited By: Published: Thu, 20 Jan 2022 05:24 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jan 2022 05:24 PM (IST)
सौर ऊर्जा से नहीं बिजली से चार्ज हो रही बैटरी
सौर ऊर्जा से नहीं बिजली से चार्ज हो रही बैटरी

1162 परिवारों को पिछले वर्ष बांटे गए थे सोलर पैनल

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-250 वाट के सोलर पैनल प्लांट हिमऊर्जा के माध्यम से दिए गए थे कृष्ण चंद राणा, पांगी

घाटी में सोलर पैनल की बैटरियां आम तौर पर बिजली से चार्ज की जा रही हैं। ऐसे में घाटी में बिजली की खपत बढ़ गई है, जिससे विद्युत कट का भी सामना लोगों को करना पड़ रहा है। केंद्र सरकार की जनजातीय उपयोजना के तहत मुख्यमंत्री की ओर से रोशनी घोषणा योजना के तहत विकास खंड पांगी में नौ करोड़ रुपये की लागत से गत वर्ष गरीबी रेखा से नीचे रह रहे 1162 परिवारों को 250 वाट के सोलर पैनल प्लांट हिमऊर्जा के माध्यम से बांटे गए थे। ताकि यहां लोगों को बिजली की समस्या से निजात मिल सके, लेकिन वर्तमान समय में समस्या खत्म होने की बजाय बढ़ती जा रही है।

राहत के नाम पर गरीब परिवारों को दिए सोलर पैनल प्लांट सामान्य परिवारों के लिए आफत बन गए हैं, जिस दिन बिजली कट होता है, उस दिन उपभोक्ताओं को इनका इस्तेमाल करना होता है। जब विद्युत बोर्ड की ओर से बिजली सप्लाई दी जाती है तो उपभोक्ताओं को सोलर पैनल की बैटरी भी चार्ज करनी पड़ती है। ऐसे में बिजली की मांग कम होने के स्थान पर बढ़ रही है तथा ज्यादा कट का सामना करना पड़ रहा है।

स्थानीय लोगों कांशीराम, ओम प्रकाश, ब्रह्मदेव, मूलदेव, प्रेम राज, राज कुमार, शांति देवी, कृष्णा कुमारी, अभिषेक सिंह, बच्चन सिंह, रजत शर्मा, जयंती, रेशमा देवी, कश्मीर लाल, देवीचंद, रूप देई, आशा कुमारी, बुद्धि राम, जनक राज तथा उषा कुमारी का कहना है कि यदि सरकार ने योजना बनाकर पांगी में दो से तीन मेगावाट का माइक्रो हाइडल प्रोजेक्ट्स बनाया होता तो सरकार को राजस्व प्राप्त होता और लोगों को बिजली मिलती।

सरकार और हिमऊर्जा ने पांगी में जो सोलर पैनल बांटे हैं, उनका कोई खास फायदा उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा है। अधिकतर स्थानों पर तो सोलर पैनल फिटिंग के लिए कंपनी का कोई कर्मचारी तक नहीं आया है।

अशोक कुमार, पांगी।

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पांगी के लोगों की सुविधा के लिए सरकार ने अनेक योजनाएं चलाई हैं। लेकिन, विभागीय कमजोरियों के कारण इनका भरपूर फायदा लोगों को नहीं मिल पाता है। पांगी में सोलर पैनल तो दे दिए हैं। उनकी फिटिंग का काम आज तक नहीं हुआ है।

चैन सिंह, पांगी। सरकार और हिम ऊर्जा ने पांगी में गरीबी की रेखा से नीचे रहने वाले करीब 1150 लोगों को सोलर पैनल तो दे कर इतिश्री कर दी है, लेकिन न उनकी फिटिंग पूरी की गई है और न ही लोगों को अवेयर किया गया। अगर लोगों को सही जानकारी दी जाती तो बिजली की बचत होती।

जन्म सिंह, पांगी। सोलर पैनल की फिटिंग का कार्य जो लोग कर रहे हैं। वे नान टेक्निकल जरूर हैं, लेकिन 2020-21 में भी इन लोगों ने ही फिटिग का काम किया था। जो बैटरियां खराब हो रही हैं, उन्हें ठीक किया जा रहा है।

मुनीश, निरीक्षक सोलर पैनल फिटिंग। पांगी घाटी में सोलर पैनल की फिटिंग का कार्य करवाया जा रहा है। अधिकतर स्थानों पर यह कार्य पूरा हो चुका है। चार पंचायतों साच, कुमार, रेई और फिदरू में फिटिंग का कार्य जल्द पूरा करवाया जाएगा।

शशिकांत डोगरा, प्रोजेक्ट आफिसर हिमऊर्जा पांगी। यदि उपभोक्ता सोलर पैनल का इस्तेमाल हमेशा करते है और सोलर से बैटरी चार्ज करते हैं तो बिजली की बचत हो सकती है, लेकिन जिन्हें सोलर पैनल दिए गए हैं, वे कट के दिन पूर्व उनका इस्तेमाल करते हैं। अन्य दिनों में आम तौर पर दी जाने वाली बिजली ही इस्तेमाल करते हैं। यहां तक कि बैटरी भी बिजली से चार्ज कर रहे हैं, जिसके कारण बिजली की और मांग बढ़ रही है।

संतोष शर्मा, वरिष्ठ अधिशासी अभियंता विद्युत बोर्ड किलाड़।


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