हिमाचल : यहां बर्फबारी ने तोड़ा 40 साल का रिकॉर्ड
snowfall forty years record break pangi, पांगी घाटी में बर्फबारी ने इस साल 40 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।
चंबा, जेएनएन। जिला चंबा की पांगी घाटी में हो रही बर्फबारी ने 40 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पिछले साल सितंबर माह से शुरू बर्फबारी यहां पर थमने का नाम नहीं ले रही है। बर्फबारी ने बुजुर्गो को यहां पर वर्ष 1979 में हुई बर्फबारी की याद ताजा कर दी है। स्थानीय बुजुर्गो का कहना है कि 40 साल बाद फिर से इतनी बर्फबारी देखने को मिली है। उधर, घाटी में बर्फबारी के बाद जनजीवन पटरी पर नहीं लौट पा रहा है। सोमवार शाम को भी घाटी मुख्यालय किलाड़ में करीब पांच इंच तक बर्फबारी हुई।
एक अनुमान के मुताबिक चस्क भटौरी में करीब दस फीट से अधिक बर्फबारी अब तक हो चुकी है। सुराल, सुराल भटौरी, हुड्डान, सूण, चस्क, परमार, कुमार भटौरी सहित कई ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भी बर्फबारी ने लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि वर्ष 1979 में भी कुछ इस प्रकार ही पांगी में हिमपात हुआ था। पांगी के चस्क, साच, प्रेगां, सेरी भटवास, चलोली समेत पांगी के कई गांवों में हिमखंडों के गिरने से जानमाल का भी नुकसान हुआ था।
जम्मू-कश्मीर राज्य के पाडर इलाके के गांधारी में भी हिमखंड से गांवों में खासा नुकसान हुआ था। उधर, इस साल पांगी की मिंधल पंचायत के िफंडपार, सेचुनाला के मूर्छ, सुराल के ताई गांव में हिमखंड गिरने के कारण करीब 75 घरों को नुकसान हुआ है। लोगों को डर है कि यदि इसी तरह मार्च माह तक हिमपात का होता रहा तो हिमखंड गिरने से काफी नुकसान हो सकता है।
पांगी में 1979 में इसी तरह भारी बर्फबारी हुई थी, जिससे लोगों को काफी परेशान होना पड़ा था। हिमखंड आने से गांव में जानमाल का नुकसान हुआ था। इस वर्ष इस तरह की बर्फबारी ने फिर से लोगों को डरा दिया है। देवी सिंह, पूर्व प्रधान करयास।
1979 में हुई बर्फबारी के कारण प्रेगां में हिमखंड गिरने से दो लोगों तथा एक बच्चे की दबने से मौत हो गई थी। सेरी भटवास में भी उस समय हिमखंड गिरने से कुछ लोगों की मौत हो गई थी। इस वर्ष भी काफी अधिक बर्फबारी हो रही है। शांता कुमार, निवासी प्रेग्रां।
इस बार छह महीने से बर्फबारी जारी है। 1979 में भी मार्च के पहले सप्ताह में बर्फ पड़नी शुरू हुई थी, जिससे हिमखंड आने से पांगी के कई गावों में जानमाल का काफी नुकसान हुआ था। लोगों को बर्फबारी के दौरान एहतियात बरतने की जरूरत है। भानी चंद ठाकुर, पूर्व पंचायत समिति अध्यक्ष पांगी।
वर्षो बाद पांगी में ऐसी स्थिति पैदा हुई है। पांगी प्रशासन हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। हिमखंडों के गिरने से हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए प्रशासन तथा सरकार द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है। बी भारती, एसडीएम पांगी।