बुशैहरिया के परिवार को अमिट जख्म दे गया यह हादसा
ओपी शर्मा, छतराड़ी लूणा-छतराड़ी-कूंर मार्ग पर शुक्रवार देर रात हुई कार दुर्घटना ब
ओपी शर्मा, छतराड़ी
लूणा-छतराड़ी-कूंर मार्ग पर शुक्रवार देर रात हुई कार दुर्घटना बुशैहरिया राम के परिवार को कभी न भरने वाले जख्म दे गई। बुशैहरिया राम के परिवार में चार बेटी व दो बेटे हैं, जिनमें से संजीव कुमार की शुक्रवार देर रात दर्दनाक हादसे में मौत हो गई। संजीव कुमार की मौत से घर में मातम का माहौल है। संजीव भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर था। उसकी दो बड़ी बहनों की शादी हो चुकी है, जबकि उसके छोटे भाई व बहनों की शादी होनी अभी बाकी थी। बुशैहरिया राम के बाद संजीव कुमार पर ही घर के पालन-पोषण की जिम्मेदारी थी। यही कारण है कि संजीव कुमार घर से काफी दूर राजस्थान स्थित कंपनी ने नौकरी करता था। वहीं, उसके पिता गांवों-गांवों में मेहनत मजदूरी कर घर का खर्च चलाते हैं। अब संजीव की मौत के बाद परिवार की पूरी जिम्मेदारी पिता पर ही आ गई है। ऐसे में पिता को अपने बच्चों की शादी करने की मन ही मन ¨चता सताए जा रही है। संजीव एक सप्ताह के लिए अपने घर इसलिए आया था, क्योंकि उसे कुछ जरूरी काम था। वह काम निपटा कर सोमवार को घर से दोबारा काम पर निकलने वाला था, ताकि पैसे कमा कर अपनी व बहन-भाई की शादी करवा सके एवं परिवार का पालन पोषण कर सके। शुक्रवार रात को जब व उक्त गाड़ी में निकला था तो उसने व परिवार ने कभी भी यह नहीं सोचा था कि यह सफर उसका आखिरी सफर होगा।
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नीचू की मौत के बाद परिवार सदमे में
लूणा-छतराड़ी-कूंर मार्ग पर शुक्रवार देर रात हुई कार दुर्घटना में नीचू राम की मौत से उसका परिवार भी गहरे सदमे में है। पत्नी के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। ऐसी ही स्थिति पड़ोसी व परिजनों की है। नीचू राम दुकान व आटा चक्की मशीन चला कर घर का गुजारा करता था। नीचू की मौत के बाद उसकी पत्नी एक बेटी व एक बेटी रह गए हैं। बेटा पहली कक्षा में कूंर स्कूल में पढ़ता है, जबकि, बेटी महज तीन साल की ही है। नीचू रोज अपने बच्चे को कूंर स्कूल में छोड़ने व लेने के लिए जाता था। ऐसे में मासूम बच्चा भी गहरे सदमे में है।