फिर गुलजार होने लगा खजियार
संवाद सहयोगी डलहौजी पर्यटकों के लिए सशर्त प्रदेश के द्वारा खोल दिए जाने के नौ दिन बाद भी श्
संवाद सहयोगी, डलहौजी : पर्यटकों के लिए सशर्त प्रदेश के द्वारा खोल दिए जाने के नौ दिन बाद भी शर्तों को पूरा कर बेशक पर्यटकों ने डलहौजी-खजियार का रुख नहीं किया है, मगर मिनी स्विट्जरलैंड खजियार में घरेलू पर्यटन गतिविधियां शुरू हो गई हैं। अनलॉक पार्ट दो में कई तरह की छूट मिलने के बाद जिला चंबा के विभिन्न क्षेत्रों से रोजाना सैकड़ों लोग खजियार की नैसर्गिक सुंदरता को निहारने के लिए पहुंच रहे हैं, जिससे खजियार में गोल गप्पे, चाट, भेलपुरी, कोल्ड ड्रिक्स व स्नैक्स के छोटे-छोटे स्टॉल लगाने वालों, घोड़े वालों का रोजगार थोड़ा-बहुत चल निकला है।
अन्य राज्यों से पर्यटन न सही जिला चंबा के ही लोगों के खजियार आने से खाने पीने के स्टॉल चलाने वालों ने राहत की सांस ली है और कोरोना संकट के चलते कारोबार बंद होने से आजीविका कमाने की समस्या से जूझ रहे स्टॉल संचालकों व घोड़े वालों की आजीविका शुरू हो गई है। रविवार को भी जिला चंबा के विभिन्न स्थानों से काफी संख्या में लोग खजियार की सुंदरता निहारने पहुंचे।
कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन के दौरान प्रकृति ने खजियार का खूब श्रृंगार किया है, जबकि यहां झील का पानी साफ-सुधरा हो जाने से झील में फिर से जलीय जीव मछलियां आदि दिखाई देने लगे हैं। खजियार में हर तरह हरियाली ही हरियाली दिखाई दे रही है। यहां पहुंच रहे लोग मछलियों को खाना डालते हैं तो झील के पानी से सैकड़ों मछलियां खाने को लपकने के लिए पानी में उछलती दिखाई दे रही हैं।
--------
खज्जी नाग देवता मंदिर में जरूर टेकते हैं माथा
वहीं, लोग खजियार में घुड़सवारी का आनंद उठाने के साथ यहां स्थित आस्था के प्रमुख केंद्र खज्जी नाग देवता मंदिर में दर्शन करना भी नहीं भूलते। वहीं यहां के हसीन नजारों को लोग कैमरे में भी कैद कर रहे हैं। कहा जाए तो खजियार की वादियां इन दिनों जिलावासियों की आमद से गुलजार हैं।